डकैत मोदी व उसके लुटेरे गिरोह के लिए जनता से पेट्रोल डीजल गैस मैं 80% तक कर और 1500 से ज्यादा वस्तुओ पर थोपा भारी भरकम जीएसटी से लूटा धन अपने गुजराती मित्रों अदानी व सैकड़ों अन्य को दिए भारी रुपए 25 हजार करोड़ के ठेकों से जिसमें मात्र कार्य होगा 5 से 7000 करोड़ का ही होगा।
टेंडर जारी करने के बाद ही कार्यादेश देने के पहले सत्ता जाने के डर से 10% कार्यशील पूंजी और मशीनों के नाम पर अग्रिम के लिए वसूल कर लिया जाएगा। दूसरी तरफ 938 स्टेशन बनाने के बाद वह अच्छे स्टेशन जहां पर यात्री ज्यादा होंगे सब अपने भेढ़िया झुंड पार्टी के मित्रों और पूंजी पतियों को वसूली के लिए सौंप दिये जाएंगे। यह कोई नहीं बता रहा है यह कोई नहीं जानता।की इन बड़े ठेकों को देने के पीछे मोटा कमीशन सत्ता जाने से पहले वसूलने का षड्यंत्र है।
जनता के पैसे से जनता की संपत्तियां तैयार की जाती है तो इस हरामखोर जालसाज सूअर ने 400 से ज्यादा रेलवे स्टेशन 22 हवाई अड्डे 8 बंदरगाह लाल किला अपने मित्रों को लूटने के लिए क्यों सौंप दिए?
सनातनी मूर्खों को समझ में नहीं आ रहाकि जो हजारों वर्ष पुरानी मंदिर राजाओं में निर्मित किए थे धर्म द्रोही डकैत ने अपनी नाम पट्टिका चिपकाने अपने नाम को मंदिर प्रवेश से पहले लोक पढ़ें इसके गुणगान करवाने पुन: नवीनीकरण के नाम पर अकेले काशी में 1200 मंदिरों, मठों समाधियों आश्रमों को तोड़ा, और नये निर्माण कर दर्शनार्थियों से लूट और वसूली का अड्डा बना दिया वही हाल महाकाल लोक में अब ओमकारेश्वर में भी किए जाने वाला है।जिसमें हुए भारी लूट वसूली और भ्रष्टाचार के परिणाम शक्ति शिव की मूर्ति टूटने के बाद सामने आ गया।
बड़े-बड़े ठेकों का सच केवल लूट का षडयंत्र है इसे समझिये।
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