|
सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश डी वाय चंद्रचूड़ ही कह रहे हैं,कि अपने अधिकारों की लड़ाई के लिए जाहिल पूंजीपतियों के गुलाम तानाशाह शासको के भ्रष्टाचार लूट डकैती शासकीय संपत्तियों को बेचने बेरोजगारी महंगाई कानूनों की अपने मन से व्याख्या संशोधन परिवर्तन बहुराष्ट्रीय कंपनियों के मोटे लाभ के लिए नए नए कानून बनाने आदि के खिलाफ सड़कों पर उतर कर आंदोलन करना पड़ेगा। जिसके बारे में मैं लगातार पिछले 9 सालों से लिख रहा हूं वही बात सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश चंद्रचूड़ जी को कहनी पड़ रही है। तो अब तो समझो और अपने अधिकारों आने वाली पीढ़ी की सुरक्षा और देश की रक्षा के लिए चांडाल राक्षसों के खिलाफ सतत सड़कों पर उतर कर धरने प्रदर्शन करना शुरू करो।
|