चुर्कट अंड भक्तों व वाचाल भक्तिनों, तुम्हारा जाहिल रेल्वे प्लेटफार्म पर, और घर से मां के गहने लूट, डकैती डाल भागने वाला बाप 9 साल से प्रधानमंत्री है अबे सूअर औलादों कश्मीर में 1989 में 3लाख पंडितों गोधरा 5000 हिंदुओं का कत्लेआम तो सीधा मोदी ने हीं करवाया ना। सफाई कैशलेस नोटबंदी जीएसटी तालाबंदी में 20 करोड़ हिंदू बेरोजगार हुए, 5करोड करोना से 5करोड, जबरदस्ती ठोके टीके से 10 करोड़ हिंदुओं को मार डाला।
बदले में 140 अरब डालर डब्ल्यूएचओ के डकार गया। वह धन अदानी कि मॉरीशस और विदेशों की सेल कंपनियों के माध्यम से उसके शेयर को ऊपर उठाने में काम आता रहा और यहां हिंदुओं की लाशों से शमशान सजाए जाते रहे।
इसके बारे में निर्लज्ज पाखंडी घोर स्वार्थी और मक्कार हिंदुओं को तो कोई फर्क नहीं पड़ा।
ऊं मौत आई थी। उनके तो मरनोज थो।
अटल ने हिंदुओं के मंदिरों में हिंदुओं के चढ़ाये, चढ़ावे के दान के लुटे धन से
अटल बिहारी ने सत्ता में आने के बाद 20000 की सब्सिडी 40 हजार की कर दी। 20000 का कोटा बढ़ाकर 50000 का दिया।
मोदी ने वह सब्सिडी 60000 कर दी। 50हजार का कोटा बढ़ाकर 5लाख कर दिया।
आखिर हिंदू मंदिरों की संपत्ति दान के पैसे को भेड़िया झूंड पार्टी की सरकार ने अपने बाप की जागीर समझ सबको सरकारी बना दिया।
वह तुम्हारे भेड़िए मोदी ने मंदिरों में प्रवेश शुल्क भी लगा। अब महाकाल मंदिर में प्रवेश शुल्क 15 सो रुपए आदमी कहां से लाएं। देश के 60% मजदूरों को जो फैक्ट्री, सरकारी विभागों में दैनिक मजदूरी कर रहे हैं 8 से ₹10000 का वेतन मिलता है।
किसने किया सन् 2000 में मजबूरी में ठेका प्रथा को अटल की सरकारी लाई थी ना।
आम गरीब हिंदुओं से मंदिरों मैं मुफ्त में दर्शन का हक छीन, हिंदुओं की आस्था को कमाई और लूट का अड्डा बना दिया। क्यों रे अंडभक्त चुर्कटों उस पर औकात हुई आवाज उठाने और दर्शन का शुल्क वसूलने का विरोध करने की।
औकात हुई वक्फ व मिशनरियों की संपत्ति मस्जिदों, चर्चों के चढ़ावे विदेशों से आए दान पर कब्जा करके दिखाओ।
मस्जिदों व चर्चों में घुसने का प्रवेश शुल्क वसूल कर कर दिखलाओ।
अभी तक 9 साल में बक्फ संपत्ति कानून क्यों नहीं हटवाया।
पर सत्ता के अंडभक्त गुलामों आईटी सेल के भड़ुवों, हिंदुओं तुम्हारी औकात सिर्फ भौंकने और हुआ-हुआ करने की है। जो अभी तुम कर रहे हो इससे तुम और तुम्हारी आने वाली पीढ़ी पुनः एक वक्त रोटी खाकर तन पर आधे कपड़े पहन कर गुलामों की जिंदगी जीने के लिए मजबूर हो जाएगी।
तुम्हारा झूठ मक्कारी स्वार्थ सब तुम्हारी ही मौत का सामान बन जाएंगे इसे समझो।
तुम सच को सच बोलना अपने व आम जन के हकों की लड़ाई रोजगार की आवाज उठाना पहले सीखो।
कोई हमारा सगा नहीं। ना मोदी ना मनमोहन।
अंध भक्तों को मेरा धन्यवाद जो झूठ मक्कारी फरेब से भरे हुए वीडियो व लेख प्रस्तुत कर मुझ मंद बुद्धि को सच ढूंढ कर लिखने के लिए प्रेरित करते हैं।
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