अजमेरा उवॉच
सभी व्यापारियों उद्योगपतियों को जीएसटी के विरुद्ध 2020-21 में किसानों द्वारा पूरी तैयारी से इतने भीषण सभी बारिश गर्मी के खुले मौसम में भी सड़कों पर बैठकर किये सरकार के किसानों की भूमि हड़पने व पूजी पतियों के सौंपने के विरुद्ध किये लगातार साल भर किए आंदोलन से सीख लेनी चाहिए।
ना केवल जीएसटी वरना उससे ज्यादा घातक और खतरनाक कानून खाद्य सुरक्षा एवं मानक अधिनियम 06, जिसमें स्वयं सरकार मानती है कि 98.4% पैकेज्ड फूड में अत्यधिक घातक कीटनाशक प्रिजर्वेटिव्स रासायनिक स्वाद मिलाकर बनाए जाने के कारण स्वास्थ्य के लिए अधिक घातक होने के साथ पेट किडनी लीवर हर्ट की बीमारियां देते हैं। जिसे अमेरिकी संगठनों WTO, WHO, WIPRO, यूनिसेफ वर्ल्ड फूड प्रोग्राम आदि ने लगभग सौरभ डॉलर खर्च कर भारत की संसद को खरीद कर
बहुराष्ट्रीय कंपनियों वॉलमार्ट फ्लिपकार्ट अमेजॉन अदानी अंबानी टाटा बिरला आईटीसी युनिलीवर के पैकेज्ड फूड के साथ शॉपिंग मॉल का मोटा फायदा करवाने जनता को लूटने के साथ 15करोड़ व्यापारियों उद्योगों को खत्म करने की षड़यंत्र के लिए लिए लगवाया था। विरुद्ध भी पूरे देश के सभी छोटे व्यापारियों, डीलर वितरक उद्योगपतियों को आंदोलन करना चाहिए। इसमें सरकार अधिकतम 1 महीने में ही जीएसटी व खाद्य सुरक्षा मानक अधिनियम 06 को हटाकर वापस वेट लगाने के ऊपर आ जाएगी।
यह दोनों कानून देश के उद्योगों व्यापारियों के साथ जिसके छोटे उद्योगों दुकानों बाजारों मंडियों समाप्त करने व बर्बाद करने और किसानों की जमीनों को हड़पने के लिएके बनवाये थे।
दोनों कानूनों को समाप्त करने के लिए वृहत स्तर पर पूरे देश में आंदोलन करना चाहिए।
ताकि लगभग 20 करोड़ लोगों का ना केवल रोजगार बच सके बल्कि देश की 130 करोड़ आबादी को स्वच्छ ताजा बिना रसायन कीटनाशक प्रिजर्वेटिव्स युक्त खाद्य वस्तुएं प्राप्त हो सके।
जिस दिन सारा खाद्य व्यवसाय शॉपिंग मॉल के माध्यम से होने लगा उस दिन 90% आबादी बहुराष्ट्रीय कंपनियों के रासायन युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन कर दवाइयों और अस्पतालों पर निर्भर हो जाएगी।
इससे जनता को बचाना हीं होगा।
अन्यथा पूरी तरह से हम बहुराष्ट्रीय कंपनियों के गुलाम हो जाएंगे।
इस समस्या से मुक्ति पाने के लिए डरपोक जिद्दी जाहिल के जमाने में, चुनाव सर पर है आंदोलन कर लिया तो आसानी से महीने भर में जीत मिल जाएगी। और जीएसटी के साथ खाद्य सुरक्षा एवं मानक अधि. 06 fssai06 से मुक्ति मिल जाएगी।
इसको समझे और आंदोलन की रूपरेखा तैयार कर आंदोलन की पहले धमकी और बाद में 1 महीने की तैयारी में सारा खेल हो जाएगा। जीएसटी काउंसिल पूरी की पूरी अमेजॉन वॉलमार्ट टाटा बिरला आईटीसी यूनीलीवर अदानी अंबानी आदि घोर धूर्त चार्टर्ड अकाउंटेंट द्वारा चलाई जाती है। जहां उनको अपने व्यवसाय को बढ़ाने व छोटे व्यवसायियों दुकानदारों उद्योगों को खत्म करने का षड्यंत्र करती हैं आप देख लीजिए कि 2200 दिन मैं 5000 से ज्यादा संशोधन कर दिए गए।
इसे समझिये।
निवेदक लेखक एवं प्रस्तुति प्रवीण अजमेरा
समय माया समाचार पत्र
इंदौर
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