अमेरिका ने सन उन्नीस सौ से अर्थात 120 साल से और इंग्लैंड ने पिछले 400 सालों से देश और दुनिया में जो तांडव मचाया है उस दादागिरी गुंडागर्दी तांडव को खत्म होने का समय आ चुका है।
जिनके सगे संबंधी यूरोप चीन रूस वह अन्य देशों में बैठे हैं अगर आप के प्रति सद्भावना रखते हैं। तो उनको बुलवा लीजिए।
अन्यथा
प्रभु से मेरी प्रार्थना है,
उनकी डब्ल्यूएचओ यू एन ओ के माध्यम से की जा रही दादागिरी को खत्म करने के लिए पूरी दुनिया में भीषण परमाणु युद्ध हो। उस मुहाने पर दुनिया आ चुकी है। अमेरिकी और चीनी चांडाल देश और दुनिया की 780 करोड़ की आबादी को महामारी व टीकै से समाप्त करने का षड्यंत्र रचा है। उस की अपेक्षा उनको ही उनकी दादागिरी अमेरिकी बहुराष्ट्रीय कंपनियों का कठपुतली हिजड़ा वाइडेन जो यूक्रेन के बहाने और रूस को चमका रहा है। पर रूस के साथ अमेरिका से युद्ध में चीन जुड़ जाएगा और अमेरिका के साथ उसकी नाटो सेनाएं पहले उसका साथ देंगे। परंतु कुछ समय के बाद अमेरिकी और ब्रिटिश उपनिवेशवाद की दादागिरी खत्म करने के खिलाफ खड़ा होकर पहले चीन को और बाद में अमेरिका व ब्रिटेन को खत्म करेंगे। भारत भी लपेटे में आएगा।
ताकि यहां चांडालो मोदी और उसके आका अदानी अंबानी टाटा बिरला के चंगुल में देश फंसा हुआ है। इनको भी नष्ट किया जा सके और यह दुनिया बहुराष्ट्रीय कंपनी की दादागिरी से मुक्त हो सके।
आवश्यक है परमाणु युद्ध हो चीन अमेरिका और ब्रिटेन भी खत्म हो। जातक रूस वह अन्य देशों का सवाल है तो निपटेंगे तो वह भी।
प्रभु
एक बार युद्ध शुरू हो तो लगभग 6 महीने तक परमाणु युद्ध से दुनिया के हर देश की 70% शहरी आबादी, सारे जालसाज डकैत सरकारी नेता मंत्री लुटेरे भिखमांगे सब खत्म हो जाने चाहिए।
बहुत पाखंड हो चुका।
देश और दुनिया की आम निरीह जनता को बहुराष्ट्रीय कंपनियों, प्रशासनिक अधिकारियों, मंत्रियों, नेताओं, सत्ताधीशों, अ न्यायाधीशों छगन कानूनों की आड़ लेकर जीना मुश्किल कर रखा है।
इसलिए इन सभी पंडालों को खत्म होना आवश्यक है आपने मुझे धरती पर भेजा है।
इन सब चांडालों की मानसिक व शारीरिक उत्पीड़न से आम जन को मुक्ति दिलाने के लिए।
आमजन की जिंदगी को बहुत उत्पीड़ित किया जा रहा है।
इन सब को नष्ट हो जाना चाहिए।
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