33 पत्रकारों को नोटिस दिए गए थे सौ को देने की तैयारी और है जैसा कि सूत्रों से मालूम पड़ा ताकि कोई सच ना बोले मुंह ना खोलें मोदी चांडाल शमशान में बैठकर भी मुर्दों को भी लूट सके। जिंदो की तो जान माल नोच कर, मोटा कमीशन हजम कर बहुराष्ट्रीय कंपनियों की फैलाई करोना की बीमारी की आड़ में आड़ में श्मशान में लाइन लगवा ही दी थी। जो गिने-चुने सर पर कफन बांध कर घूमने वाले पत्रकार बचे थे उनको भी अब नोटिस दे देकर वह भ्रष्ट जो खुद ही भ्रष्टाचार से, भ्रष्टाचार के दम पर, भ्रष्टाचार के लिए प्रमोटी कलेक्टर, कमिश्नर, एडीएम, एसडीएम शिवराज सिंह चौहान ने बैठा ले मोटी कमाई के लिए ही हैं। लूट कर खदानों में, शराब माफिया, भू माफिया, कॉलोनी माफिया, शिक्षा माफिया, ड्रग माफिया, खाद्य माफिया, राशन माफिया, निगमों, प्राधिकरणों, सरकारी विभागों के ठेकेदार माफिया, गुटका माफिया, रैकेट माफिया सबको अप्रत्यक्ष संरक्षण देकर मोटी बसूली कर पहुंचा रहे हैं। उनके बारे में कोई आवाज मत उठाओ मोदी पूरा देश नीलाम कर दिया। कुछ मत बोलो कुछ मत लिखो जो कर रहा है वह जाहिल चांडाल उसके सामने सब नतमस्तक हैं प्रभु से प्रार्थना है कि उसको उसके ही खास अकाल यमलोक यात्रा की व्यवस्था कर दें और जनता सड़कों पर निकल कर चारों तरफ बगावत करके सारे तंत्र को घेर दे। आपातकाल से ज्यादा खतरनाक व्यवस्थायें चल रही है। सब का दम घोंटा जा रहा है। और जनता का दम घोंटने का भयंकर विस्फोट हो खंड खंड बिखर जाए। वैसे भी 100 करोड़ लोगों का दम घोंटा जा रहा है। उनके उद्योग, व्यवसाय, धंधे, रोजगार, शिक्षा, खेती दुकानदारी सबको खत्म कर पूंजी पतियों को सौंपने के स्वतंत्र से लोग तिल तिल घुंट घुंट जीने पर विवश हैं।
विस्फोट होगा देखते चलिए कितने पत्रकारों का मुंह बंद रखोगे चप्पा चप्पा हर आदमी जिसके हाथ में मोबाइल है। अब पत्रकारिता कर रहा है। वैसे भी समाचार पत्रों का जो छाप रहे हैं। विश्वसनीयता खत्म हो चुकी है। क्योंकि सब जो चल वह छप रहे हैं। सब सत्ता के चरण चाट सच से दूर जनता को भ्रमित कर रहे हैं। ठीक है कर ओके दोपहिया वाहनों के शोरूम में भीड़ लगी होगी दो नंबर के पैसे वालों ने शराब में पूरे देश में 45 टन सोना खरीद लिया होगा। पर 90% परिवार रोजी-रोटी के अभाव में दीपावली पर खींचतान करके पूजा कर ले जाकर देखना था बाजारों में, कैसे वस्त्रों, कपड़ों की, धनतेरस के दिन बर्तन बाजार में, सन्नाटा छाया हुआ था? फिर भी सारे समाचार पत्र तेजी, तेजी छाप रहे थे। सन 2019 की अपेक्षा 20 और 21 के बाजारों की तुलना करने पर आपको समझ आएगा कि सच क्या है। फिर अब बच्चा बच्चा समझने लगा है हर आदमी चिल्ला रहा है अपनी भड़ास फेसबुक व्हाट्सएप टि्वटर पर निकाल रहा है उसको भी रोककर कितनों को
कितनों से जेलों भरोगे?
क्या हुआ 56 इंची सीना सिकुड़ कर 36 रह गया? जिसे अपने कुकर्मों के सच सुनने पढ़ने से भी डर लगता है। इसलिए सचिन छापने वाले पत्रकारों को डराया धमकाया जा रहा है। सारे कलेक्टर कमिश्नर के साथ एडीएम एसडीएम सभी के बिना पत्रकारिता के, पुराने भ्रष्टाचार निकालकर लोकायुक्त पुलिस सीबीआई में शिकायत लगातार करते रहो। उनकी छोटी छोटी दस्तावेज बनाकर सोशल मीडिया पर लगातार डालते रहो क्योंकि जरूरी नहीं कि सब फेसबुक पर डाला जाए अब बहुत सारे प्लेटफार्म में देश के अंदर और देश में नहीं, तो विदेशों से जारी किया जाए।
चिंता मत करिए।
जेल भरोगे तो भरीये। दोनों समय भोजन तो खिलाओगे ना।
अच्छा है। जो जेल जाने के लिए तैयार रहेगा। वही पत्रकार कहलाएगा। बाकी सब डरपोक मैदान छोड़कर भाग जाएंगे जो नकली भड़वा गिरी करके अपनी दुकानदारी चला रहे हैं।
करिये। नोटिस जारी करिए।
सब इकट्ठे होकर आवाज उठाने के लिए भीड़ तो इकट्ठा होगी। विपक्ष के कांग्रेसी हिजड़ों का सफाया होना नये दलों का जन्म होगा। क्योंकि वह बुढ़िया सोनिया और वह लंगूर राहुल के साथ जितने भी बुड्ढे, राष्ट्रीय स्तर पर व प्रदेश में कमलनाग, दिग्गी दोनों यह दोनों की मोटा पैसा अंटी कर पूरी कांग्रेस को बर्बाद करने पर तुले हुए हैं। हरामखोर।
प्रस्तुति लेखक एवं निवेदक
प्रवीण अजमेरा,
समय माया समाचार पत्र
(यदि घोषणा पत्र रद्द कर दिया जायेगा तो भूतपूर्व संपादक समय माया समाचार पत्र लिखा जा सकता है। जीवित रहने तक, )
चांडालों की सत्ता में सबकुछ संभव है।
इंदौर
पाठक चाहे कुछ भी मतलब निकाल सकते हैं पर डरने का नहीं,
संकट मेरा नहीं 130 करोड़ लोगों का संकट है यह।
शुरू से कह रहा हूं किसानों के आंदोलन के साथ जनता को खड़ा होना ही होगा। वरना सच का दम घुटने के साथ जनता को देशी विदेशी कंपनियों का गुलाम बना देगा यह हरामखोर जाहिल चांडाल पाखंडी नौटंकीबाज गुजराती सूअर।
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