अजमेरा उवाच
गुजराती चांडाल राक्षस, चोर कबाड़ी, खानदान का मोदी सभी शासकीय संस्थानों का निजी करण कर रहा है। तो दूसरी तरफ उस पैसे से अपने लिए 25000 करोड रु का सेंट्रल विस्टा 8.5 हजार करोड़ का हवाई जहाज, करोड़ों रुपए की मिसाइल डिफेंस सिस्टम व अन्य सामग्री की कीमत अलग वह भी सैकड़ों करोड़ में, हर दिन लाखों की 5-6 डिजाइनर नई ड्रेस, जो एक बार पहन ली वह दूसरी बार नहीं पहनता। प्रतिदिन ₹1लाख का भोजन, अरबों रुपए की डिजाइनर बुलेट प्रूफ कारें, चाहिए यह फकीर है। जो जनता को ₹25 का पेट्रोल रु115/- डीजल रु प्रति लीटर, रू डेढ़ सौ की गैस ₹950/- में बेचकर जनता का खून पीता है उन पूंजी राक्षस सेवा संघ के लोग क्योंकि उनके राजनीतिक मुखोटे भाजपा का शासन है मुंह में टुकड़ा चबाते बैठे हैं। उन हरामखोर खाकी चड्डी वालों का अब राष्ट्रवाद हिंदू वाद खत्म हो गया। अब बांग्लादेशी रोहिंग्या और अफगानी सबको हिंदुस्तानी बनाकर, मुस्लिमों का भी डीएनए एक बना दिया गया। दूसरी तरफ जिन हिंदुओं कि वोट लेकर वह डकैतों का गिरोह सत्ता में आया। अब उन हिंदुओं को अगड़ा, पिछड़ा, दलित, बनाकर हिंदुओं को आपस में लड़वाया जाकर आर्थिक रूप से कमजोर किया जा रहा है। बहुराष्ट्रीय और ईसाई संगठनों के इशारे पर उनका महामारी की आड़ में मौतों का महोत्सव मना कर श्मशान में भी लाइन लगवा कर चिताओं को जलाने के लिए भी युद्ध करवा दिया गया। समझो हिंदुओं तब भी मुसलमानों की पूरे देश में कहीं भी कब्रिस्तान में लाइन लगाकर आम जनों की तुलना में 10 गुना ज्यादा खबरें ना तो खुद ही गई ना लोगों को दफनाया गया। मरने वाले 90% हिंदू ही थे। आखिर क्यों नहीं जन्म मृत्यु के आंकड़ों सच्चाई बता रही सरकार।
फिर भी बच गए उनको टीका लगाकर अकाल मौत देने के साथ पूरी कौम को नपुंसक बनाया जा रहा है। इस प्रकार पूरी हिंदू कौम को सफाई की तैयारी की जा रही है और यह सिरफिरे, मक्कार, घोष स्वार्थी, लालची हमारे हिंदू इस सच्चाई को समझने की तो दूर मौतों के तांडव को देख कर भी अनदेखा कर कोई पिछड़ा बनने की होड़ लगा रहा है तो कोई दलित बनने के लिए जी जान झोंक रहा है। टीके से मौतों का तांडव देख कर भी, हिंदुत्व का चोला ओढ़े नेता, डॉक्टर, सरकारी अधिकारी, कर्मचारी अपने ही हिंदू भाइयों को डरा धमका कर, घर से निकाल निकाल कर लालच देकर टीका लगाकर बर्बाद करते हुए भी महानता दिखला रहे हैं।
इसका परिणाम जनवरी 22 से तत्काल देखने में सामने आ जाएगा जब सरकारी और निजी अस्पतालों में हिंदुओं के 100 बच्चे भी पैदा नहीं होंगे तब मुस्लिमों के हजार से ड़ेढ हजार बच्चे प्रतिदिन पैदा होंगे।
बकते रहो एक दूसरे के देवी देवताओं को, अगड़े पिछड़ों एक दूसरे को गालियां। हर चांडाल जाहिल धूर्त शासक भी यही चाहता है। उनकी षड्यंत्रकारी जालसाजो कि आईटी टीम करवा रही है। आप कर रहे हो।
उसकी आड़ में आप से लूटे गए धन से बनाई गई संपत्तियां वह बेच बेच कर खा रहे हैं मौज उड़ा रहे हैं और विदेशों को पहुंचा रहे हैं।
कब जागेंगे अति ज्ञानी हिंदुओं।
दूसरी तरफ जिन मुस्लिमों का भय दिखाया गया था उन मुस्लिमों को एकजुट कर उनको 43 से ज्यादा योजनाओं में न केवल फायदा दिया जा रहा है। वरन आर्थिक, सामाजिक रूप से मजबूत बनाया जा रहा है।
यह हमारे हिंदुओं को समझ नहीं आ रहा।
अतिज्ञानी, अंधभक्त व अन्य सभी मुझे गालियां बकने के लिए स्वतंत्र हैं।
क्योंकि मैं अभी केवल तीसरी लहर के पाखंड को रोकने के लिए हर संभव प्रयास कर रहा हूं।अन्यथा प्रदेश का डकैत मुख्यमंत्री और जिलों के कलेक्टर किसी भी दिन किसी भी पल, अभी सारे अस्पताल जो डेंगू, वायरल, फ्लू, मलेरिया, निमोनिया इनफ्लुएंजा मोतीझरा, आदि के मरीजों से भरे पड़े हैं।
उनको वो एक झटके में कोरोना घोषित कर पुनः तालाबंदी कर देंगे। तो सारा व्यवसाय बाजार सब चौपट हो जाएगा। और फिर खड़े हो जाना सब एक रु किलो का गेहूं और दो रु किलो चावल खरीदने के लिए। लाइन में।
सब के त्यौहार रखे रह जाएंगे जैसा कि उनका सुनियोजित षड्यंत्र तैयार है।
मुझ पागल का इस पाखंड के विरुद्ध, युद्ध 18 महीने से चल रहा है। और प्रभु से प्रार्थना है कि मेरी बल बुद्धि बनाए रख ताकि मैं इस तीसरी लहर के पाखंड को टाल सकूं। सब के त्यौहार राजी खुशी मन, बन सकें।
फुटपाथ से लेकर बाजारों में बैठे सभी दुकानदारों की रोजी रोटी चल सके।
पर आप सबको इन सब से कोई लेना देना नहीं, चिंता नहीं करनी चाहिए।
आपको लड़ने झगड़ने बदतमीजी दिखाने जातिवाद का जहर फैलाने मैं तन मन धन से लगे रहना चाहिए।
आपको 18 महीने के पाखंड से चेन नहीं मिला। किसी की भूख प्यास शिक्षा रोजगार बीमारी से क्या लेना देना।
निवेदक प्रस्तुति एवं लेखक
प्रवीण अजमेरा
समय माया समाचार पत्र
इंदौर
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