मोदी योगी की छद्म प्रशंसा में बहुत सारे गुण गा दिए। वह जाहिल पाखंडी हरामखोर भेडिया
मोदी योगी ने एनआरसी कानून लागू करने और अपनी वाहवाही करवाने के लिए जनता से पेट्रोल डीजल में, बैंकों को लूट व खाली कर पैसा खर्च कर मुस्लिमों का आंदोलन करवा नौटंकी करवाई।
बंगाल और असम के चुनावों से पहले बांग्ला देशी विदेशी थे। और चुनावों के समय सब देसी बन गए बांग्लादेशियों मुसलमानों को अपना वोटर बना लिया। अब सब देशी ही हैं।
रोहिंग्याओं का डर दिखा दिखा कर चुनाव जीत लिया रोहिंग्या को दिल्ली में भी व देश में भी बसा लिया। वोटर लिस्ट में शामिल कर लिया अब भारतीय मुसलमान हो गए वो।
अभी भी अफगानी मुसलमानों को भी भारत में बुला लिया और उनको बसाने की तैयारी चल रही है। वह तुम्हारा बाप शांति का नोबेल पुरस्कार लेने के लिए मुसलमानों को 43से ज्यादा योजनाओं में लाभ देकर हिंदुओं को लूट के बर्बाद कर रहा है।
हिंदू एक ब्रांड है। जिसे बहु राष्ट्रीय कंपनियों को बैचकर, उनके ईशारे पर 10 करोड़ हिंदुओं का महामारी की आड़ में, 24 घंटे के दहशत बांट और मुंह पर मास्क बांध करोड़ों लोगों को बीमार बना अस्पतालों में पहुंचा शासकीय कत्लेआम करवा, मरने वाले हिंदुओं के किडनी, लीवर, आंखें, ह्रदय, अंडकोष निकलवा कर बिकवा दिया। और क्या चाहिए हिंदू ब्रांड के अंध भक्तों तुम्हारे घर के नहीं मारे हो। तो तैयार रहना की तीसरी लहर में तुम्हारी अंडभक्ति पर भी अकाल मौत का साया मंडरा रहा है पूरा होगा। टीका लगा लिया है तो बस यहीं अपना पूरा खानदान बच्चों से लेकर बूढ़ों तक साल 2 साल में बीमारियों के बहाने समाप्त।
दूसरी तरफ हिंदुओं को डरा धमका कर जहरीला खतरनाक तत्वों से बना टीका लगाकर युवाओं को नपुंसक नामर्द बनाने के साथ-साथ स्त्रियों को बांझ बनाने और करोड़ों हिंदुओं का टीके के बहाने अकाल मौत मार रहा है।
हिंदू एक ब्रांड है।
जिसको हर जालसाज सुरक्षा का भय दिखाकर, बहाना लेकर सत्ता हथिया कोई भी लूट व अकाल मौत मार सकता है।
हिंदू एक ब्रांड है।
चुनाव जीतने के लिए पुलवामा में 44 हिंदू सैनिकों को जानबूझकर स्वयं आरडीएक्स उड़वाकर आतंकवादी हमला बताकर भय फैलाकर चुनाव जीतता है। और फिर उसकी जांच भी नहीं होने देता। भेडियो की आईटी सेल के सच्चाईयों को छुपा कर राक्षसों के कुकर्मों के पाखंड का महिमामंडन करने वाली स्कूल के व्हाट्सएप और फेसबुक के ज्ञान में पगे अंडभक्तों ज्यादा दिन के मेहमान नहीं हम हिंदू।
हिंदू एक ब्रांड है।
जिसकी लाशों पर सत्ता का मौज किया जा सकता है।रु 8.5 हजार करोड़ का हवाई जहाज लेकर घुमा जा सकता है।
शिक्षा और स्वास्थ्य को देने के लिए पैसा नहीं है।
सभी सरकारी स्कूल चिकित्सालय सड़कें व रेल, बेल, सेल, मेल, गेल, तेल, भेल, बैंक, बीमा कंपनियां सबको बेचकर धन भेज दो विदेशी बैंकों में और जनता को बोलो हमें पेट्रोल डीजल में, रेल किराए में, जनधन खाता खुलवाने के नाम पर बैंकों ने न्यूनतम शेष, सेवा शुल्क के नाम पर अभी तक जनता का करीब 12 से 15 लाख करोड़ रुपए हजम कर लिया।
बैंकों में चार लेन देन के बाद पांचवें लंदन पर ₹200 का सेवा शुल्क के माध्यम से लगभग ₹5लाख भी बैंकों ने ग्राहकों का अधिक बसूल लिया। फिर भी सब घाटे में 29 की 12 बैंक, 12 की भी ५ बैंक लुटने के लिए ही बनाई जा रही है। ना।
फिर भी बोलता है। लूटना ही पड़ेगा। क्योंकि सरकार के पास पैसा नहीं है।
तो पैसा कहां जा रहा है?
जब प्रधानमंत्री मोदी को ₹5लाख वेतन मिलता है।
तो वह हरामखोर ₹1लाख का रोज का खाना, 50हजार प्रतिदिन की 4-5जोड़ी कपड़े भी सरकारी धन से क्यों बदलता है।
हरामखोर अपने आप को बोलता है। फकीर हूं। तो पैसा सीने पर रखकर मरेगा क्या?
बूढ़े का थोबड़े को 27 लाख रुपए महीने की सौंदर्य संवारने वाली चाहिए। भूखे भेड़िए अपने बाप की जागीर नहीं जनता का पैसा है वह।
पूरी बाइबल लिखी जा सकती है। आपराधिक मानसिकता के मोदी अमित शाह और उनके गिरोह के भेडियो के कुकर्मों की। अभी 3 साल बाकी है।
अंध भक्तों भारी बर्बादी का प्रसाद सेवन किए बिना धरती नहीं छोड़ोगे।
ऐसी प्रभु इच्छा है।
कड़वे सच को पढ़कर गालियां बकने के लिए संविधान ने आपको भी आजादी दी है।
आपकी आलोचना से कुछ ज्यादा बेहतर रचना कर सकूंगा।
निवेदक लेखक एवं प्रस्तुति प्रवीण अजमेरा
समय माया समाचार पत्र
इंदौर
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