इस देश में आमजन के संविधान के मौलिक अधिकारों का, उसकी स्वतंत्रता का अमेरिकी जालसाज, ठगोरी बहुराष्ट्रीय कंपनियों यथा वॉलमार्ट कि वारेन बुफेट अमेजॉन के जेन बेजोफ, माइक्रोसॉफ्ट के बिल गेट्, गूगल फेसबुक, के सारे पर नाचने वाले मोदी व उसके प्रधानमंत्री कार्यालय से चलकर मुख्यमंत्री, केंद्र व राज्य सरकारों के सारे के सारे मंत्रालय, उनमें बैठे घोर धूर्त, जालसाज, भ्रष्ट भारतीय प्रताड़ना सेवा के अधिकारी पिछले 15 महीने से जनता को 24 घंटे बीमारी की दहशत फैला, मास्क बांधकर दम घोंट कर लाखों लोगों को अकाल मौत यथार्थ में राजकीय स्तर पर निरपराध मासूम लोगों की हत्या करके मारने के आरोपी है। जिसमें यह कम अक्ल कम बुद्धि, कम अनुभव, अल्पायु के पत्रकार, राजकीय षडयंत्रों की आग में घी डालकर लोगों की मौत का तांडव करने का षड्यंत्र भी रच रहे हैं।
टीका लगाना मुंह पर मास्क बांधना यथार्थ में आमजन के संवैधानिक मौलिक अधिकारों का खुला उल्लंघन है जिसका जालसाज, घोरपाखंडी, धूर्त डकैत कलेक्टर, कमिश्नर, निगमायुक्त, डॉक्टर (जिसका पेशा है लोगों की जान बचाना पर वही जान बचाने की अपेक्षा अपनी मोटी कमाई मोटे कमीशन के लिए अंतरराष्ट्रीय दवा उत्पादक कंपनियों के इशारे पर नाच कर चांडालों की तरह मौतों का नंगा नाच कर रहे हैं।) अपने अधिकारों का दुरुपयोग कर अपने शासकीय गिरोहों से आमजन पर अपनी लूट वसूली और डकैती के लिए महामारी की आड़ में तांडव कर भूख बेरोजगारी बीमारी और भूख से मौतों का तांडव कर रहे हैं।
इसको वकील न्यायालय पत्रकार समझें।
आमजन के संवैधानिक मौलिक अधिकारों की रक्षा करें।
हमारा जन्म जनता की भलाई के लिए हुआ है, ना कि झूठ, मक्कारी, जालसाजी, दहशत और पाखंड से अपने जीवन यापन के लिए।
अच्छे काम करके भी प्रभु आपके भोजन की जीवन रहने तक व्यवस्था करता है।
निवेदक लेखक एवं प्रस्तुति
प्रवीण अजमेरा
समय माया समाचार पत्र
इंदौर
|