13 महीने से लगातार सरकार द्वारा डब्ल्यूएचओ और आईसीएमआर जो डब्ल्यूएचओ का बिका हुआ है और डब्ल्यूएचओ बहुराष्ट्रीय दवा निर्माता कंपनियों का खरीदा हुआ उनका व्यवसायिक संबंर्धन संस्थान है। से मोटा धन खाकर, 50 करोड़ मोबाइलों, टीवी, समाचार पत्रों व अन्य सामाजिक साइटों यथा फेसबुक टि्वटर इंस्टाग्राम व्हाट्सएप के द्वारा बांटी जा रही दहशत और मुंह पर मास्क बांधने का परिणाम दूसरे व तीसरे चरण की यथार्थ बीमारी और महामारी से हो रही हजारों मौतों का परिणाम सामने है। जबकि जिस तरीके से महामारी की आड़ में एक तरफ सरकार तालाबंदी कर रही है और दूसरी तरफ प्रशासन के संरक्षण में सारे निजी व सरकारी अस्पतालों के इस विकट समस्या में भी मोटी कमाई के लिये डॉक्टर, दूसरा सारा स्टाफ, दवा, इंजेक्शन, आक्सीजन, बिस्तर की सुविधा देने में जालसाजीयां, लूटपाट और मौतों का तांडव मचाए हुए हैं। बेशक चारों तरफ गमगीन दहशत का माहौल बहुत ज्यादा बिगड़ कर भयावह रूप धारण कर चुका है। इससे लोगों में निराशा, अवसाद और भय से ही बीमारी और मौत का आंकड़ा बढ़ता चला जा रहा है।
तो इस महामारी के नियंत्रण के लिए सबसे बड़ी आवश्यकता इस बात की है की सरकार सबसे पहले सभी स्रोतों से/पर जो मोबाइल टीवी चैनल्स समाचार पत्रों और सोशल साइटों पर दहशत में बांटना बंद करें।
दूसरी तरफ हर बदलते मौसम में सर्दी, खांसी, जुखाम, बुखार की बीमारी सामान्यता हजारों साल से होती आ रही है। जिसके लिए मैं लगातार 22 मार्च 2020 से कह रहा हूं कि आपके घरों में भरे हुए आयुर्वेदिक औषधि रूपी मसालों का जिसमें अदरक, हल्दी, लहसुन, अजवाइन, गिलोय के साथ भीगी हुई मेथी दाना का काढ़ा बनाकर गर्म इसमें अगर एक दो औषधियां जो नहीं मिल रही हो, ना भी होंगी। तो भी चलेगा। दो लीटर पानी में आधी आधी चम्मच जिसमें 1 लीटर में आधा नींबू निचोड़ कर स्वयं भी पिए और परिवार के सदस्यों को भी पिलायें कम से कम दिन में दो बार एक बार सुबह खाली पेट व रात को सोते समय आधा आधा गिलास गर्म-गर्म, घूंट-घूंट कर के पींयें। ताकि सर्दी खांसी जुकाम सीने में कफ सांस लेने में परेशानी की बीमारी से सब को सुरक्षित रखा जा सके।
यदि समस्या बढ़ चुकी है। तो तत्काल अदरक हल्दी अजवाइन लहसुन को उबालते समय कुकर में आधा नींबू निचोड़ कर उसकी भाप लेना शुरू कर दें। इससे ऑक्सीजन की समस्या गले में खराश सीने में कफ मैं तत्काल राहत मिल जाएगी।
अस्पतालों की बिगड़ी हुई हालातों में वहां जाकर पैसे बर्बाद करने और जीवन की भी कोई गारंटी ना होने के साथ उल्टे ही परिजन आर्थिक सामाजिक परेशानी में पड़ जाते हैं। बेहतर होगा समस्या बढ़े इसके पहले ही उस पर नियंत्रण कर लिया जाए।
अदरक, लहसुन व नींबू के रस की 5-10 बूँद की, भाप बीमारी को भी खत्म करेगी और सुरक्षित भी रखेगी।
यह आयुर्वेदिक औषधियां है और अत्यधिक गुणकारी हैं। भयभीत ना होकर बीमारी के नियंत्रण और सुरक्षा पर ध्यान दें।
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