प्रदेश की राजधानी भोपाल ससुर नरोत्तम मिश्रा मंत्री और कलेक्टर दामाद अविनाश लावानिया, जानबूझकर झूठे मरीज बढ़ाने के नाटक की आड़ में, करोना कमाई के हथियार के रूप में लूट अवैध वसूली, व्यापारी दुकानदारों उद्योगपतियों को धमकाकर चमका कर खुलने बंद करने के नाटक में मोटी कमाई का अड्डा बन चुकी है।
इन भेडियो को जिंदा हो या मुर्दा महामारी के और कर्फ्यु की आड़ में तालाबंदी से बहुराष्ट्रीय कंपनियों का फायदे के लिए जनता को बेरोजगार बनाकर भूख से मारने का षड्यंत्र कर रहे हैं। इसकी सत्यता की पुष्टि पिछले 1 साल में जनता ने कदम कदम पर तरीके से कर ली है पर इस देश के नामर्द छक्कों की फौज बेरोजगारी और भूख से आत्महत्या कर खुद मरने को तो तैयार है। परंतु यह भेड़ों की मिमीयाती फौज सड़क पर निकल कर अपने अधिकारों की लड़ाई लड़ने में पशुओं से भी ज्यादा बदतर है।
जागो जनता जागो महंगाई के खिलाफ महामारी के पाखंड की आड़ में बर्बादी के विरुद्ध सड़कों पर हल्ला मचाना सीखो। इन कांग्रेसियों ने 15 साल सत्ता से बाहर रहने के बाद में भी चप्पे चप्पे पर, जनहित ओं के नाम पर भ्रष्टाचार लूट महंगाई बलात्कार बढ़ते हुए अपराध, आपराधिक प्रकृति के भूमाफिया कॉलोनी माफिया, स्वास्थ्य माफिया शिक्षा माफिया मिलावट अवैध खनन अवैध वनों की कटाई हर विभाग में किए जा रहे स्थानांतरण और पदस्थापना में मछुआ लूट के तांडव के विरुद्ध नेता सत्ता धीश पार्टी की ईट से ईट बजाने से लेकर सरकार को हर कदम कदम आईना दिखाने की इनकी औकात ही नहीं जनता कल की मरती आज मरे। और जहां तक पुत्र मोह में पागल कपट नाथ और दिग्गी दानव जो सत्ता में रहते हुए भी इन भूखे भेड़ियों, अपराधियों भूमाफिया, कॉलोनी माफिया खनन माफिया शराब ड्रग माफिया सेक्स रैकेट माफिया जुए सट्टे के फल चलाने वाले माफिया जो इन सब को टुकड़े डालकर पालते हैं, नेताओं को जैसे बूढ़े नेताओं से चलने फिरने बनता नहीं यह क्या खाक आंदोलन चलाएंगे सड़कों को जाम करेंगे कलेक्टर को कम से कम घेरने से लेकर सांसदों विधायकों को घेरने की इन इन कांग्रेसी विधायकों सांसदों मैं कोई औकात ही नहीं, कि वह इनकी हर बात का तत्काल जवाब देकर टक्कर लेने के लिए मौके पर खड़े होकर अपनी आवाज बुलंद कर जनता को राहत पहुंचाने की क्षमता ही नहीं है इनमें।
निवेदक लेखक एवं प्रस्तुति
प्रवीण अजमेरा
समय माया समाचार पत्र इंदौर
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