जब गृह मंत्रालय भारत सरकार ने इस प्रकार कोई आदेश जारी नहीं किया। तो यह भेड़ियों का झुंड, निगम के चुनावों में अपनी संभावित हार को टालने, अपनी महानता व शक्ति प्रदर्शन में जनता को कैसे तबाह करके बेरोजगार बनाकर भूख से मारने पर तुला है। समझा जा सकता है।
इससे उल्टे ही भेडियो झुंड पार्टी अपनी तबाही करके अपनी कब्र में किल्ली ठोक रही है आज मतपत्रों से चुनाव करवा दो ईवीएम हटा दो। तो शायद देशभर में10% नेता भी जीतकर वापस नहीं पहुंचेंगे, पंचायतों से लेकर नगरपालिका निगम व विधानसभा लोकसभा में।
हरामखोर घोर नीच पाखंडी राक्षस यह समझ रहे हैं कि वह इससे महान नहीं वरन् स्वयं अपनी बर्बादी और मौत का कारण बन जाएंगे। यह समझ में नहीं आ रहा।
अच्छा है। जनता को इतना बेरोजगारी और भूख से मारो कि फिर स्वयं जनता करो या मरो करके, जो भी सामने आए उसको निपटाती चली जाए, फिर निगम हो, पुलिस हो, कलेक्टर कमिश्नर, डॉक्टर हों, नेता हों। फिर किसी को ना बक्शे।
वैसे भी उस चांडाल नीच मोदी ने 7 साल में केवल भय दहशत का व्यवसाय कर बेरोजगारी भूख के अलावा जनता को क्या दिया?
बंद कर दो। साल भर की नौटंकी में आम सड़क के आदमी को भी समझ में आ चुका है सब कुछ। बगावत के लिए जनता को मजबूर कर रहे हैं यह नेता प्रशासन स्वास्थ्य कर्मी और नगर निगम।
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