मैं कोरोना हूं।
मैं फिर दुनिया में, देश में मेरे घोर जालसाज, पाखंडी झूठे वाचाल मित्र पनोती मोदी की इच्छा व उनके पूंजीपति मित्रों को देश की जनता को बर्बाद कर सारी संपत्ति सौंपने के दिये वादे निभाने आ गया हूं।
लोगों ने मुझे नाम दिया है। कोरोना महामारी, अब दुनिया में लोग, सर्दी, खांसी, जुखाम, मलेरिया जिससे हर साल पूरी दुनिया में 5करोड़ लोग मर जाते हैं, निमोनिया, बुखार, वायरल, फ्लू डेंगू, चिकनगुनिया, पीलिया, मोतीझरा, अस्थमा, टीवी से लेकर हृदय रोग, उच्च व निम्न रक्तचाप, किडनी, लीवर, ब्रेन हेमरेज, कैंसर, भुखमरी, कमजोरी, खराब पानी, खाद्य वस्तुओं में बहुराष्ट्रीय कंपनियों के बनाए कीटनाशक, खाद, खाद्य पदार्थों के पैकिंग में डाले जाने वाली कीटनाशक, स्वाद बढ़ाने वाले, प्रसंस्करण के घातक रसायनों, देश में हर दिन बिकने वाले 40 करोड़ लीटर नकली दूध और उससे बने पदार्थों से नहीं मरेंगे।
अब मैं आ गया हूं और सब लोग पूरी दुनिया में केवल मेरी कोरोना नाम की बीमारी से डाक्टर मारेंगे।
बेशक जहां-जहां चुनाव होंगे।वहां मैं छुट्टी पर चला जाऊंगा।
आप वहां खुलकर लाखों लोगों की भीड़ इकट्ठी करिए।
मास्क बिल्कुल मत लगाईये, कोई चिंता नहीं। परंतु उन सभी बड़े शहरों में जहां मोदी के मित्र पूंजीपतियों, बहुराष्ट्रीय कंपनियों के शॉपिंग मॉल हैं, उनकी मोटी आनलाइन बिक्री करवाने के लिए उन पर ही मेरा निवास होगा।
मैं भी मजदूरों, सफाई कर्मियों, भिखारियों, झौंपडियों, गांवों में रहने वालों की गंदगी के कारण मुझे अच्छा नहीं लगता, इसलिए बहुत दूर रहता हूं।
मुझे निम्न मध्यमवर्गीय और मध्यम वर्गीय, झूठी शान दिखाने वाले, पाखंड में जीने वाले डरपोंक लोग बहुत पसन्द हैं।
जो मेरा नाम सुनकर ही मृत्यु के भय से पीड़ित हो जाते हैं। मेरे कार्यो को हल्का कर देते हैं।
मेरे मूर्ख परम भक्त भयाक्रांत हो शरीर त्याग मेरी महिमा बढ़ा रहे हैं।
वैसे सच मेरा यह है, कि मुझे भारत में बदनाम किया जा रहा है। मेरे कारण किसी की भी मृत्यु नहीं हुई क्योंकि भारत में ऋषियों मुनियों और इस देश की जनता के पूर्वजों ने घर में पूरी रसोई की आयुर्वेद शाला के मसालों की औषधियों को हर रोग का इलाज करने में सक्षम होने के साथ यहां के लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी बढ़ाने के साथ संतुलित रखती हैं। सुबह शाम भोजन में ग्रहण करने के कारण यहां की जनता बहुराष्ट्रीय कंपनियों के इतने सारे विषों का सेवन करने के बाद में भी स्वस्थ रहती है।
यहां की सरकार उन्हीं बहुराष्ट्रीय कंपनियों के इशारे पर नाच कर 24 घंटे मोबाइल टीवी समाचार पत्रों में दहशत बांटकर अधिकांश पुरानी बीमारियों के मरने वालों को मेरे नाम से महिमामंडित कर रही है।
इसमें मेरा दोष नहीं है।
वैसे आप केवल शुद्ध नर्मदा जल को भी गर्म करके पीते रहेंगे तो भी सर्दी खांसी जुकाम से बचे रह सकते हैं।
डरिए मत सुरक्षित रहिए।
निवेदक, लेखक व प्रस्तुति
प्रवीण अजमेरा
समय माया समाचार पत्र
इंदौर
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