मोदी ने आपराधिक प्रकृति के मानसिक चांडाल दुष्ट नीच घोर मक्कार जालसाज झूठे पाखंडी करते हैं वही तो किया।
अच्छा यह है सुमित्रा महाजन को 78 की उम्र बता कर बाहर कर दिया। अन्यथा वह घोर अनपढ़ चांडाल अपराधियों की फौज का सरगना, भेड़िया झुंड पार्टी का प्रधानमंत्री मोदी ने, जो भी ज्ञानी ध्यानी, उसकी लूट खसोट, भ्रष्टाचार पाखंड मक्कारी मैं बाधक लगते थे उन सब को धीरे-धीरे चटका दिया गया या बाहर का रास्ता दिखा दिया गया। बुद्धिजीवी स्वर्गीय अरुण जेटली स्वर्गीय सुषमा स्वराज को बीमारी के बहाने अस्पताल में भर्ती कर पहले किडनी लीवर को कमजोर कर फेल करने के लिए इंजेक्शन लगवाया, फिर तड़पा तड़पा कर मार कर उनकी चिकित्सीय मौत दिखाकर महीनों बर्फ में रखकर स्व . अटल बिहारी बाजपेई, को 7- 8 दिन, अरुण जेटली को 3 महीने सुषमा स्वराज को भी आठ 10 दिन तक उसके कार्यक्रमों, विदेश यात्राओं घूमने फिरने मौज मस्ती करने में कोई बाधा उनकी मौत के कारण ना आए। सुनाया बताया गया और बाद में उनका दाह संस्कार मोदी की सुविधा के अनुसार किया गया। कम से कम ताई उससे तो बच गई।
फिर अपराधी और डकैतों को जो बचपन से रेलवे का कबाड़ा बैच कर खाते रहे हो उन्हें प्रधानमंत्री बनाओगे तो वह और रेल, तेल, सेल, भेल, गेल, हवाई अड्डे रेलवे स्टेशन बैंक बीमा कंपनियां रिजर्व बैंक जो भी मिलेगा उस को डरा धमका कर लूट के खाएगा ही। जो रास्ते में आएगा उसको प्यार मोहब्बत से उठाएगा नहीं मानने पर उनकी हत्या करवा देगा हर अपराधी सरगना गिरोह का सरदार यही करता है।
जो मोदी ने आपराधिक प्रकृति के मानसिक चांडाल दुष्ट नीच घोर मक्कार जालसाज झूठे पाखंडी करते हैं वही तो किया।
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