फिर शुरू पाखंड, कोरोना के नाम पर इंदौर को बर्बाद करने का और चुनाव टालने का षड्यंत्र
अजमेरा उवॉच
देश का प्रदेश का और इंदौर का बिकाऊ मीडिया फिर सरकार की हुआ हुआ करने लगा।
हरामखोर सच बताने को और सरकार से ही सच पूछने को तैयार नहीं।
फिर शुरू हो गया पाखंड कोरोना के नाम पर इंदौर को बर्बाद करने का और चुनाव टालने का षड्यंत्र है यह, क्योंकि अब भेडिया झुंड पार्टी को अब डर लगने लगा है कि उसकी पार्टी इंदौर में भी पंजाब की तरह हार जाएगी। बेशक पिछले चुनावों में भी जानबूझकर हारे हुए प्रत्याशियों को भेड़िया जून पार्टी की सरकार ने लाला की भी मशीन रखकर अब वोट निकलना दिखाकर कई कांग्रेसी प्रत्याशियों को हरवा दिया था।
खांसी जुकाम बुखार मलेरिया निमोनिया की बीमारी हर बदलते मौसम में होती है। फिर महामारी के पाखंड को चलते हुए साल भर होने जा रहा है मरने वाले सब निम्न मध्यमवर्गीय और मध्यम वर्ग हिंदू ही क्यों है।
हजारों सफाई कर्मी, लाखों मजदूर, सैकड़ों भिखारियों जो बेचारे गंदगी में काम करते हैं बुरी जीवन की परिस्थितियों में जीते हैं उन्हें कुछ नहीं हुआ अमीरों को भी कुछ नहीं हुआ।
फिर दहशत फैलाने के लिए मरने वाले अस्पतालों में ही क्यो मार डाले गए? सरकारी और निजी अस्पताल में मौत का तांडव चलता रहा।
जानबूझकर पुरानी बीमारी के मरीजों को हाई डोज देकर जानबूझकर निपटाया गया और गोकुलदास में जहां आधे घंटे में 9 से ज्यादा आदमी मार दिये गए थे।
उनकी आज तक जांच रिपोर्ट ही आ रही है। फिर यह सब बातें झूठ मान भी ली जाएं। तो भी मरने वालों का पोस्टमार्टम क्यों नहीं करवाया जाता। क्योंकि विश्व स्वास्थ्य बिगाड़ो और लूटो संगठन ने हीं मरने वालों का पोस्टमार्टम करने से इसीलिए रोका है ताकि सच्चाई सामने नहीं आ जाए। लोगों को जानबूझकर अस्पतालों में उनकी हत्या कर दी जाए।
और दहशत फैलाकर बहुराष्ट्रीय कंपनियों के शॉपिंग मॉल और ऑनलाइन बिक्री के लिए जो अडानी अंबानी टाटा बिरला वॉलमार्ट अमेजॉन के हैं इनसे मोटा कमीशन और मोदी उनकी अंधभक्ति में सारे देश को इस महामारी के पाखंड में झोंके हुए हैं।
फिर महामारी के पाखंड की आड़ में पुलिस की, नगर निगम कर्मचारियों, अधिकारियों की, जनता को बांटने वाले राशन को हजम करने वाले नेताओं की मोटी कमाई का तांडव आपने देख ही लिया है। आखिर कमाई कौन छोड़ना चाहेगा?
स्वास्थ्य विभाग कलेक्टर कमिश्नर सारे एडीएम एसडीएम तहसीलदार भी इस महामारी के पाखंड की आड़ में कैसी मोटी कमाई कर रहे हैं और की है जनता ने बहुत तरीके से देखा है इसलिए इस मोटी कमाई के लिए पुनः मरीजों की संख्या बढ़ाकर दहशत फैलाकर कमाई का फर्नांडो करेंगे गरीबों को भूखा मारेंगे बेरोजगार बनाएंगे तभी तो यह राक्षस उनका खून पीकर अट्टहास करेंगे और यह अट्टहास करने वालों में नीचे से लेकर ऊपर अधिकारी नेता विधायक चाहे वह कांग्रेस के हों या भेड़िया झुंड पार्टी के, क्योंकि अरविंदो में दिग्विजय सिंह का पैसा लगा हुआ है चिरायु में चौहान का इंडेक्स में विजय वर्गी का पैसा लगा हुआ है सबको मोटी कमाई हो रही है।
इसलिए किसी को जनता के दुख दर्द से कोई मतलब नहीं। और वह पाखंडी शंकर लालवानी तो कलेक्टर और किशोर वाधवानी के बीच में जो उसमें दल्ला गिरी की थी उसकी सच्चाई सामने आने के बाद में भी कस्टम और एक्साइज की जबकि उस ने हीं 180 कॉल किशोर वाधवानी और कलेक्टर मनीष सिंह के पकड़े थे।
600 करोड़ से ज्यादा टैक्स की चोरी हुई थी ऑनलाइन देन कर सारा मामला दबा दिया गया और यह उद्योग और व्यवसायिक नगरी इंदौर को जिसे यह पूरा उद्योग धंधे चौपट कर 5 लाख से ज्यादा लोगों को बेरोजगार कर बर्बाद कर देने आमंदा हैं।
कब तक खून पियोगे या कुंडली मारे बैठे निगम के कलेक्ट्रेट के और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों कर्मचारियों जनता का और कितने दिन तुम और तुम्हारी औलादें खुश रह लेंगे।
तत्काल में भलाई नोटों की कमाई से तुम मन में फूले ना समाओ। पर आने वाली पीढ़ियां तुम्हारे कुकर्मों लूट और भ्रष्टाचार के पाखंड से तबाही की कहानी प्रकृति लिख ही देगी।
समझो लाखों लोगों की बद्दुआयें लेकर चैन से तो नहीं बैठ पाओगे।
लेखक प्रस्तुति एवं निवेदक
प्रवीण अजमेरा
समय माया समाचार पत्र
इंदौर
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