सबसे बड़ा दलाल मोदी खुद है जो अपने पूंजीपति मित्रों का दल्ला बन कर सत्ता हथियाते ही सरकारी संपत्तियों से लेकर किसानों की कृषि भूमि तक सब औने पोने कौड़ियों के भाव नीलाम कर, सौंप रहा है।
इन भेडियों में झूठ मक्कारी और वाचालता कूट-कूट कर भरी है। खुद ही कुकर्म करेंगे खुद ही दलाली करेंगे और जनता का ध्यान बंटाने कांग्रेश को कोसेंगे। उससे अगर जनता ऊबने लगे तो पाकिस्तान और चीन चिल्लाएंगे।
फिर भी जनता और विपक्षी पार्टियों चिल्लाने लगे तो
अपने कुकर्मों को छुपाने जनता को महामारी की आड़ में उसके मुंह पर मास्क मानकर उसका दम घोंट कर मौत की तरफ ढकेलेंगे।
युवा पीढ़ी को वरिष्ठ नागरिक समझा-बुझाकर सच्चाई ना बता दें।
इसलिए उनको टीका लगाकर अकाल मौत देने पर आमदा हैं।
फिर 11 महीने को पाखंड कर लिया तो 60 वर्ष से ऊपर के लोगों को टीका लगाने से पहले मोदी से लेकर जो 72 साल का हो गया है कोटि का सबसे पहले लगाओ उसके बाद राजनाथ सिंह अमित शाह स्मृति ईरानी, पूंजीपति राक्षस, सेवा संघ का भागवत और सारे अंधभक्त सेवकों को लगाओ।
भेड़ियों जनता तुम्हारे बाप की जागीर नहीं है,
जिसे तुम गुलाम समझकर हरामखोंरों कभी मुंह पर मास्क बांध कर दम घोंटों। कभी टीका ठोक कर उसको अकाल मौत दो।
निवेदक प्रस्तुति एवं लेखक
प्रवीण अजमेरा
समय माया समाचार पत्र
इंदौर
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