भड़ुवों और अंध भक्तों को मौका भर मिलना चाहिए हुआ हुआ करने का, मौका भर मिलना चाहिए,
76 दिन से लाखों किसान सड़कों पर ठंड में परेशान हो रहे हैं, कहां मर गया वह राक्षस सेवा संघ का भागवत और भेढ़िया झुंड पार्टी केवल सारे सदस्य,
लाखों किसानों के शांतिपूर्ण आंदोलन के लिए तो ठंडे पानी के फव्वारे, सड़कों पर बड़े बड़े मोटे मोटे कीले, कंक्रीट की दीवारें 20 फीट गहरे गड्ढे उनके टेंट और तंबुओं के पास रास्ते रोकने, घायल कर ने अकाल मौत देने परेशान करने खोदे जा रहे हैं।
राशन पीने का पानी शौचालय सब पर रोक जैसे वह भारत के नागरिक और अन्नदाता किसान नहीं, शत्रु देश की फौज होंंं, जिन्हें रोकने के लिए व्यवस्था करनी पड़ रही हो और वहां सूअर चांडालों की फौज जहां पर चीन 4642 किलोमीटर लंबी सीमा पर 50- 100 किलोमीटर अंदर घुस आया हो। वहां झूठ पर झूठ बोल रहा है मक्कार मोदी राजनाथ सिंह और अमित शाह, उस पर अंध भक्तों की बोलती बंद है।
फिर उत्तराखंड में डेढ़ सौ से ज्यादा पिछले 20 सालों में मोटा धन खाकर निजी कंपनियों को हाइड्रो पावर स्टेशन बनाने के लिए सारे नियम कानून, पर्यावरण को ताक पर रखकर अनापत्ति प्रमाण पत्र किसने दिए तुम्हारे उन्हीं बापों ने, ना। जो घोर लालची राक्षसों ने, जो सत्ता में बैठे हुए हैं। बीते 15-20 सालों से,
जिनकी जिंदगी हरामखोरों सत्ता के सामने दुम हिलाते हिलाते गुजर गई हो वह अगर चुप भी रहेंगे, तो कोई फर्क नहीं पड़ेगा।
प्रस्तुति एवं लेखक
प्रवीण अजमेरा समय माया समाचार पत्र इंदौर
|