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चंदा खोर चांडालों की भेडिया झुंड पार्टी, के उस जाहिल पाखंडी मोदी ने राम मंदिर का उद्घाटन, देश की हिंदू जनता को लूटने के लिए ही करने के साथ लोगों के दिलों में छद्म हिंदुओं के सरंक्षण की भावना जगाने में और धन अगले पंचायत, निगम, पालिका, विधानसभा, लोकसभा चुनाव की तैयारी में किया जायेगा।
जबकि यथार्थ में जितना शोषण कांग्रेश के काल में नहीं हुआ उससे ज्यादा कहीं शोषण हिंदूओं का भाजपा ने हर तरह सेअपने पूंजीपति मित्रों और बहुराष्ट्रीय कंपनियों के मोटे चंदे व कमीशन के लिए हिंदुओं का व्यवसाय, उद्योग, धंधे, खत्म करने, जनसंख्या खत्म करने,मंदिरों की जमीनों को, मंदिरों को कब्जे में लेने, उनका चंदा हजम करने, हिंदुओं में अगड़ा, पिछड़ा करके धार्मिक प्रतिरोध खड़े करने, स्त्रियों की शादी की न्यूनतम आयु 21 वर्ष करने, ताकि कम बच्चे पैदा कर सकें, जबकि हिंदुओं की आबादी खत्म होती जा रही है।
कहां गया दो बच्चे का नियम सब पर लागू करने की नीति का वादा?
इसके विपरीत मुसलमानों में तीन तलाक के मुद्दे को खत्म कर, मुस्लिम औरतों को ज्यादा बच्चे पैदा करने और उनके पालन पोषण की गारंटी देने में, आईएएस आईपीएस आईएफएस की परीक्षा उर्दू में करवा कर हर वर्ष लगभग 500 से ज्यादा मुसलमानों को उच्च स्तर के पदों पर बैठाने में, मुस्लिम लड़कियों की उच्च शिक्षा के लिए छात्रवृत्ति देने, प्रतियोगी परीक्षाओं में उन्हें अरबों रुपए की प्रोत्साहन राशि देने में, लड़कियों की शादी की उम्र में कोई प्रतिरोध व उम्र का, दो बच्चे पैदा करने का बंधन नहीं। और मुस्लिमों को बहु विवाह करने में कोई रोक नहीं।अब आसानी से तलाक नहीं होगा। इसलिए हिंदू स्त्रियां भी मुस्लिम पुरुषों से शादी करने के लिए ज्यादा प्रोत्साहित होंगी।
फिर पीएम केयर्स फंड में 50000 करोड़ रुपए इकट्ठा हुआ था, वह कहां गया? उसके दस बीस हजार करोड़ रुपए से भी मंदिर बनवाए जा सकता है।
आखिर बाप के बाप की जागीर थोड़ेे ही थी। आपने भी चीन की अनेकों कंपनियों से अरबों रुपए का चंदा लिया कहां गया? वह चंदा, उसका हिसाब तुम्हारा बाप देगा या सीने पर रखकर मरोगे।
फिर दिया क्या हिंदू जनता को 6 साल में नोटबंदी, जीएसटी और अब 9 महीने के देश बंदी के पाखंड मैं 70% गरीब हिंदू मजदूरों किसानों छोटे रोजगार करने वालों के पास दो वक्त की रोटी की व्यवस्था नहीं.।
फिर करोना काल में जो भेढ़िया झुंड पार्टी के नेताओं, पार्षदों विधायकों सांसदों ने गांवों से लेकर शहरों तक जो राशन तेल शक्कर बांटा गया उसका 90% अरबों रुपए का धन हजम कर गए। उससे भी तो मंदिर आसानी से बन जाएगा।
वही धन खर्च कर लो।
फिर भी भिखारी चांडाल झोली फैला कर निकल पड़े गलियों गलियों में चंदा इकठ्ठा करने वाले वह चड्डे वाले।
बहुत ही बेशर्म है। चड्डी वाले तो। झूठ मक्कारी पाखंड लूट चंदा खोरी इनकी रग रग में बसा हुआ है। और ऊपर से चंदा खोरी के वीडियो भेज भेज कर लेख भेज भेज कर हरामखोर सूकरों की फौज धन बटोरने से बाज नहीं आ रही।
इतने सारे मंत्री, नेता, सांसद, विधायक, पार्षदों से ले लो ना। उन्होने भी तो लूटा है ना जनता को।
जनता इस सच को भी समझे। और एक पैसे का चंदा ना दे इन हरामखोर चंदा खोरों को।
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