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अजमेरा उवाच
बंद करो, शिब्बू 15 साल से नौटंकी देख रहे हैं। एडीएम एसडीएम, कार्यपालन सहायक कार्यपालन अधिकारियों से लेकर सैकड़ों इंजीनियर, डॉक्टर, निरीक्षकों एक ही जिले में एक ही स्थान पर निगमों, पालिकाओ, पंचायतों, शिक्षा, ग्रामीण यांत्रिकी, लोक निर्माण, लोक स्वास्थ्य, जल संसाधन, गृह निर्माण, नर्मदा घाटी, विद्युत कंपनियों, परिवहन, ग्रह, स्वास्थ्य, आदिम जाति, कृषि, उद्यानिकी, वन, एकेवीएन, वाणिज्य कर, राजस्व, खनन, खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति, खाद्य एवं औषधि आदि अधिकांश विभागों में 5 से 25 साल से बैठ कर लूट और डकैती डालकर आपको आपका हिस्साा पहुंचाने के कारण आप ही पाल रहे हो। अब मामू तुम्हारा चिल्लाना सत्ता में आने के बाद भौकने जैसे लगने लगा है।
तुम्हारी घोषणाओं की नौटंकी से लोग उकता गए थे। इसलिए सत्ता से बाहर कर दिया था पर जो 15 साल में लाखों करोड़ की कमाई की थी। उससे विधायकों को खरीद कर आखिर सत्ता हथियाने का उद्देश्य भ्रष्टाचार से कमाई ही थी, न,
मामू कुछ साल आराम कर लेते तो जो इकट्ठा किया था वह खाने में, मौज उड़ाने में काम आता,
वरना वह सारा जहां-जहां लगा रखा है।
देख भी नहीं पाओगे और हाथ पसारे चुपचाप चल दोगे।
फिर भ्रष्टों के विरुद्ध बनाए कानूनों को करते हो भोथरा।
फिर चिल्लाते हो कार्रवाई करूंगा खुद ही भ्रष्ट हो भ्रष्टों से कमाई करते हो, तो ज्यादा भोंकते नहीं, वरना लोग ज्यादा सुन बद्दुआ देने लगेंगे।
फिर त्रिनेत्र की बात करते हो तो अभी तक आपने नेत्र बंद कर रखे क्या अपने, या खाते समय बिलोटे की तरह 15 साल से आंख मींच कर जुटे हुए हो।
फिर ईमानदारी दिखाने भ्रष्टाचारियों को पकड़ने से पहले सूचना अधिकार अधिनियम की धारा 4 के सारी जानकारियां सभी मंत्रालयों की सभी विभागों की 15 साल के बाद में भी लोड नहीं की गई। वही पूरी करवा दो तब ईमानदारी का ठप्पा लगवाने में बेईमानी में भी इमानदारी
सिध्द कर सकोगे।
फिर पुरानी हजारों शिकायतों, धन देते हुए पकड़े जाने की कार्रवाहीयों की जांचें जो लंबित पड़ी हुई है, ईओडब्ल्यू लोकायुक्त के पास साथ ही में हर विभागों के मुख्यालयों में, उन्हीं को सजा दिलवा दो तो हम मान लेंगे कि आप भोंकते नहीं बोलकर कुछ करते भी हो।
निवेदक लेखक एवं प्रस्तुति
प्रवीण अजमेरा
समय माया समाचार पत्र इंदौर
www.samaymaya.com
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