अजमेरा उवाच
यह खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति का घोर भ्रष्ट मीणा जो फर्जी जाति प्रमाण पत्र पर नौकरी कर रहा है। पहले भी अलग अलग 20 साल तक वह इंदौर में रह चुका है। और पेट्रोल पंपों, मिट्टी के तेल के हाकरों से लेकर सभी राशन दुकानों पर भी उसकी मोटी वसूली वर्षों तक चलती रही और भारी लूटपाट करने का शौकीन रहा है वर्तमान में भी उसे लाया इसलिए गया ताकि भ्रष्टाचार से लूट पाट कर सके वसूली करके अपने मंत्री कलेक्टर वरिष्ठ को पहुंचा सके। वर्तमान में भी उसको क्षेत्रीय शिकायतों पर नहीं, भोपाल से शिकायत जब प्रधानमंत्री कार्यालय तक पहुंच गई, और जांच का दबाव बढ़ा तब इस नौटंकीबाज कलेक्टर जालसाज मनीष सिंह ने जांच की और यह अब निलंबन की नौटंकी कर रहा है। और नहीं तो गठजोड़ इनका 20 साल पुराना है।
दैनिक बड़े समाचार पत्र वाले यह बात नहीं बताएंगे क्योंकि इनका भी महीने का हिस्सा नियमित्त कलेक्टर ऑफिस से मिलता है।
निवेदक एवं लेखक
प्रवीण अजमेरा
समय माया समाचार पत्र इंदौर
|