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दुनिया में सबसे पहले टीका, डब्ल्यूएचओ के अध्यक्ष टेंडरोर्स को, व पूरी दुनिया में बैठे डब्ल्यूएचओ केे डाक्टरों व कर्मचारियों अधिकारियों को, फिर माइक्रोसॉफ्ट के बिलगेट को, गूगल के सुंदर पिचाई, फेसबुक के जुकरबर्ग को, वॉलमार्ट के वारेन बुफेट, अमेजॉन के जेन बेजोफ, अमेरिका के ट्रंप, बाईडन को, और सारे अमेरिकी सांसदों को, ब्रिटेन के, चीन के राष्ट्रपति जिंग पिंग को रूस के पुतिन को वहां के सभी सांसदों, डाक्टरों को, सारी टीका बनाने वाली कंपनियों के कर्मचारियों को, मित्रों को, भारत में मोदी और अमित शाह के खास मित्रों अडानी अंबानी, राजनाथ सिंह, सीतारमण, स्मृति ईरानी को और सारे सांसदों से लेकर विधायकों, मुख्यमंत्रीयों, से लेकर सारे पार्षदों और नेताओं आर एस एस के सारे स्वंय सेवकों को, देश के सारे आई ए एस, आई पी एस से लेकर सारे पुलिसकर्मियों को, सारे स्वास्थ्य विभाग के डाक्टरों, निगम पालिकाओं के सभी अधिकारियों कर्मचारियों को सार्वजनिक रूप से सबके सामने वीडियोग्राफी के साथ कोविड के टीके की सील तोड़कर सीरिंज में भरकर लगाकर पूरी दुनिया को बताया जाना चाहिए।
उसके परिणाम देखने के 3 महीने के बाद आमजन को लगाया जाना चाहिए।
निवेदक व लेखक
प्रवीण अजमेरा
समय माया समाचार पत्र
इंदौर
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