|
अजमेरा उवाच
यह पब ये बार यह नशे का कारोबार, यौनचार के अड्डे बिना पुलिस व नेताओं के संरक्षण के नहींचल सकते हैं। ऐसा हर कारोबार करने से पहले कारोबारी क्षेत्र के नेता, टीआई और सीएसपी को सेट करता है। और उसको महीना पहुंचाता है। जब महीना बढ़ाना होता है। तो छापे मारकर दहशत फैलाई जाती है और दूसरे संगठित आपराधिक गिरोहबाज कारोबारियों से बढ़ा कर वसूली की जाती है।
अन्यथा बरसों से एसपी नारकोटिक्स आईजी नारकोटिक्स इंदौर में बैठ रहे हैं। और यह कारोबार इस स्तर पर पैर पसार चुका कैसे पुलिस के सरंक्षण महीने के बिना आगे बढ़ सकता था पहले भी हुक्का चिलम बार पर छापे मारे गए तब क्या हुआ? और फिर इंदौर में बैठने के लिए किसी भी टीआई से लेकर पुलिस वाले तक को मोटा धन मंत्री संत्री गृहमंत्री सबको देना पड़ता है। तो आखिर वह धन आएगा कहां से और जा कहां रहा है?
दूसरी तरफ शाम ढलते ही मुफ्त की दारू और सुंदरियां पुलिस वाले से लेकर ऊपर तक हर अधिकारी को चाहिए पड़ती हैं जब तक एश केश और मौज कौन मुफ्त की लूटने जाता व संरक्षण देता है।
फिर ऐसा भी नहीं कि सभी बड़े समाचार पत्रों के पत्रकार बहुत दूध के धुले हुए हो, या बहती गंगा में डुबकी लगाते एश केश लेते व मौज नहीं मनाते हैं। तभी तो सारी कहानी शांति से सालों से चली आ रही है।
और बदले में हमारी युवा होती पीढ़ी को नशे के दलदल में झोंक कर पैसे वालों लड़कों को नामर्द और लड़कियों को बांझ बनाने का षड्यंत्र कोई छोटा-मोटा क्षेत्रीय स्तर का नहीं अंतरराष्ट्रीय स्तर से चल रहा है।
कहानी अभी पूरी तरह वहां तक नहीं पहुंची है। नाईजीरीयन नशे के कारोबारी आज से नहीं पिछले 30 सालों से पूरे देश में कारोबार कर रहे है। आम आदमी के आम सच बोलने लिखने पत्रकारों के तो मोबाइल, ईमेल ट्रैक किए जाते हैं। रिकॉर्डिंग की जाती है।
और यह कारोबार इतने राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चल रहा है उसके बारे में सरकार का गृह मंत्रालय पुलिस सब कैश और मौज मनाते हुए सब को संरक्षण दे रही है।
इस कहानी पर से पर्दा क्यों नहीं उठाया जा रहा आमजन जानता है कि कोई भी इतना कारपोरेट क्राइम बिना नेताओं पुलिस, सत्ताधीशों के संरक्षण और मर्जी के बिना व्यापक स्तर पर क्षेत्रीय प्रादेशिक और राष्ट्रीय स्तर पर नहीं चलाया जा सकता।
दूसरी तरफ एक कारोबारी दूसरे कारोबारी के बाजार पर व्यवसाय पर कब्जा करने मोटा धन देकर स्वयं पुलिस से कार्रवाई करवाता भी है। यह कहानी इंदौर मध्य प्रदेश दिल्ली मुंबई जब मेट्रो सिटीज यह हर प्रदेश की नहीं, भारत की नहीं, राष्ट्रीय स्तर पर अमेरिका इंग्लैंड से लेकर ब्राज़ील नाइजीरिया वाह दुनिया के अन्य देशों में भी इसी प्रकार ऐसे ही चल रही है। इसके बाद में भी सब मुझे माल मौज मिलती रहे।
क्या राष्ट्रीय स्तर की गिरोहों से पैसा दिल्ली मुंबई के साथ पूरे देश से अमित शाह के पास नहीं पहुंच रहा। शक पहुंच रहा है 6 साल में क्या किया इन्होंने बस हिंदू-मुस्लिम लडवाए गरीबों को चौपट करने पूंजीपतियों का पेट भरने षड्यंत्र रचते रहें कभी झाड़ू पकड़ाई कभी नोटबंदी की कभी जीएसटी और 9 महीने से देश मैं महामारी की आड़ में देश के मुंह पर पट्टी बांधकर चारों तरफ लूट का तांडव करवा रही है ना भेढ़िया झुंड पार्टी।
यही है भाषण में
सबका साथ सबका विकास यथार्थ में दिलों दिमाग में पूंजीपतियों के हाथ,
अब भेढ़िया झुंड पार्टी सब लूट कर,
कर रही सबका विनाश।
प्रस्तुति व लेखक
प्रवीण अजमेरा
समय माया समाचार पत्र
इंदौर
|