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देश और दुनिया की जनता ने पिछले आठ नौ महीने में बहुराष्ट्रीय कंपनियों के यह विश्वव्यापी महामारी के पाखंड को अच्छी तरह से समझ लिया। देश और दुनिया की सरकारें जनता को विभिन्न प्रकार के करों मैं लूट कर मोटी वसूली कर किस प्रकार से अपनी शक्ति संपन्नता का प्रदर्शन कर गरीबों को निचोड़ने लूटने और उनकी महामारी के आड़ में लाखों निम्न मध्यमवर्गीय और मध्यमवर्गीय हिंदू लोगों के अस्पतालों में ले जा ले जा कर जानबूझकर हत्याएं पूंजीपतियों बहुराष्ट्रीय कंपनियों के इशारे पर आमजन में पिछले 8 महीने से दहशत फैलाने उनके मोटे लाभ के लिए किस प्रकार कर रही हैं और उनके रोजगार धंधे उनके सम्मानजनक रोजी-रोटी की व्यवस्था को इस महामारी के पाखंड में तबाही मचा बंद कर बर्बाद कर रही है। यह अच्छी तरह से सब स्पष्ट हो चुका है।
फिर यदि देश और दुनिया में अमेरिकी चीनी बहुराष्ट्रीय कंपनियों की सचमुच महामारी है और उससे लाखों लोग बीमारी की चपेट में आकर मर चुके हैं। तो हर मरने वाले का पोस्टमार्टम क्यों नहीं करवाया जाता आदमी की जान की कीमत इतनी सस्ती क्यों है कि अमेरिकी बहुराष्ट्रीय कंपनियां माइक्रोसॉफ्ट का बिल गेट और उसकी वैक्सीन बनाने वाली कंपनी अपने मोटे लाभ के लिए दुनिया में डब्ल्यूएचओ को धन देकर पूरी दुनिया में तालाबंदी करवा देती है और बनाई जाने वाली वैक्सिंन भी पूरी तरह से जालसाजी का पाखंड है लाखों करोड़ों रुपए दुनिया की जनता से वैक्सीन बेचने की आड़ में वसूला जाएगा। और हर देश की सरकारी वहां का स्वास्थ्य मंत्रालय इन बहुराष्ट्रीय कंपनियों के मोटे चंदे और रिश्वत के दम पर पूरी दुनिया को जगह किस प्रकार तबाह कर रहा है। यह देश दुनिया की जनता ने पिछले 8 महीने में बहुत तरीके से महसूस कर लिया है। फिर देश दुनिया में मरने वाले केवल निम्न मध्यमवर्गीय और मध्यमवर्गीय लोग ही षड्यंत्र के तहत उठाए ले जाकर अस्पतालों में हो कि खुले में हत्या की जा रही हैं।
केवल दहशत फैलाने देश की केंद्र सरकार में बैठे चांडाल मोदी उसके मंत्रियों आईएएस अधिकारियों रूपी प्रशासन को, अपने मोटा लाभ करवाने, जनता को निचोड़ेन को हीं जो यह बहुराष्ट्रीय कंपनियां दे रही हैं। ताकि उनका भविष्य में मोटा व्यापार हो सके इसमें सारी दुनिया की खासतौर से यूरोप की सभी बहुराष्ट्रीय कंपनियां माइक्रोसॉफ्ट वॉलमार्ट अमेजॉन फ्लिपकार्ट गूगल फेसबुक आदि भारत की अंबानी टाटा बिरला अन्य कंपनियां सरकार को मोटा पैसा देकर यह पाखंड खुले में करवा रही हैं।
और बदले में कई गुना ज्यादा मोटा धंधा व लाभ प्राप्त कर रही हैं। भारत में बहुराष्ट्रीय कंपनियां की जड़ें बहुत ज्यादा गहरी हैं यहां न केवल छोटे व्यापारियों को नष्ट करना है वरन किसानों की लाखों एकड़ जमीन पर कब्जा करने के साथ-साथ देश के दो करोड़ से ज्यादा छोटे व्यापारियों ठेले वालों छोटी दुकानदारों को खत्म करने का भी षड्यंत्र है। यह चांडाल मोदी लाख चिल्लाए लोकल फॉर वोकल और छोटे व्यापारियों से खरीदी करो। परंतु यथार्थ में देश में पिछले 6 सालों में इस घोर नीच जालसाज राक्षस ने हीं देश की सार्वजनिक संपत्तियों को अपने बाप की जागीर समझ तेल कंपनियों बीमा कंपनियों बैंकों रेलवे आदि को नीलाम और बेचकर लाखों करोड़ खर्च करके अमेरिका और विदेशों में अपनी विदेश यात्राओं नौटंकी ओं हावडी मोदी मैजिक मोदी के नाम पर लाखों करोड़ अमेरिका में ही खर्च कर दिए थे।
केवल उस टुच्चे घोर नीच तड़ीपार हत्यारे अपराधी ने ही अपने मानसिक कुंठा को ठंडा करने जनता से ना केवल पेट्रोल डीजल गैस मेकर बढ़ाकर लूटा वरन देश की संपत्तियों को घाटे में बता बता कर एक तरफ रिजर्व बैंक को खाली क्या सब बैंकों को दिवालिया बनाने की हद तक खाली किया दिल नहीं भरा रेलवे में 4 सड़कें में थी सारी नवरत्न कंपनियां बेच रहा है और दुनिया को दिखाने की मुझ जैसा घोर नीच अपराधी प्रवृत्ति का इंसान अमेरिका के राष्ट्रपति के साथ अपनी जालसाजी छल कपट और झूठ के सहारे उसके देश में जाकर अपनी वाहवाही करवा सकता है। प्रस्तुति एवं लेखक
प्रवीण अजमेरा
समय माया समाचार पत्र इंदौर
www.samaymaya.com
कृपया लिखो मैं शब्दों के चैन को बेहतरीन तरीके से चुना है इसके विपरीत यह गूगल फेसबुक व्हाट्सएप के चांडाल सालों से मेरे लेखों मैं जानबूझकर शब्दों में हेरफेर कर अर्थ का अनर्थ करवा देते हैं कृपया सुधार कर पढ़ें।
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