इंदौर में जिलाधीश कार्यालय में अनेकों अधिकारी एडीएम एसडीएम जिसमें घोर भ्रष्ट संदीप सोनी, सीबीएस तोमर को भी अकेले इंदौर में ही बरसो गुजर गए पर उनका स्थानांतरण नहीं हुआ। जिन के सभी भाजपाई नेताओं से मधुर संबंध है। इसी प्रकार हर विभाग में लोक निर्माण विभाग सं2 में जिसमें सांवेर विधानसभा है, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी के मेकेनिकल खंड इंदौर में चेतन्य रघुवंशी, जल संसाधन विभाग जिसमें सांवेर के प्रभारी एसडीओ सोनी भी, वाणिज्य कर में अनेकों सहायक आयुक्त सीटीओ और उपायुक्त, कृषि विभाग में अधिकांश एडीओ, महिला बाल विकास, खाद्य आपूर्ति, आबकारी, ग्रामीण यांत्रिकी, जिला पंचायत, ग्रामीण विकास गृह निर्माण मंडल, प्रदूषण मंडल, विद्युत वितरण कंपनी, वन विभाग, स्वास्थ्य विभाग, पुलिस, शिक्षा विभाग, नर्मदा घाटी, उद्यानकी आदि अधिकांश भागों में नेताओं के दम पर बरसों से यही बैठे हुए हैं।
ऐसे सभी अधिकारियों, कर्मचारियों इंजीनियरों डॉक्टरों शिक्षकों कांस्टेबलों, की जो सीधे चुनाव को प्रभावित करते हैं सांवेर के, इसी के साथ पूरे प्रदेश के 16 जिलों के 29 विधानसभा चुनाव क्षेत्रों में हर जिले में अनेकों अधिकारी वर्षों से भाजपाई नेताओं से संबंधों के दम पर एक ही जिले में कुंडली मारे बैठे हैं।
आखिर उनका चुनाव आयोग कब स्थानांतरण करेगा? यह तो स्पष्ट है किन चुनावों में इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन से सत्ताधीश पूर्व के 15 वर्षों की तरह खुलकर जालसाजी कर सत्ता हथियाने का प्रयास करेगा। और जिस में सभी 16 जिलों के 29 विधानसभा क्षेत्रों में बैठे कलेक्टर व अन्य सभी राजस्व अधिकारी खुल कर सकता सत्ताधीश दल का साथ देंगे।
वैसे तो यह चुनाव ईवीएम से होना ही नहीं चाहिए था।
पर चुनाव आयोग, सर्वोच्च न्यायालय आदि सब मैं पूर्व से ही सारे मोदी के कठपुतली बैठा दिया गए हैं। तो काहे का सर्वोच्च न्यायालय उच्च न्यायालय पुलिस प्रशासन सभी सत्ताधीशों के हाथ की कठपुतली बन कानून निभाने की औपचारिकताएं पूरी कर, करेंगे तो वही जो भेड़िया झुंड पार्टी के लोग उनके मंत्री और उनके नेता चाहेंगे।
निवेदक व लेखक
प्रवीण अजमेरा
समय माया समाचार पत्र इंदौर
www.samaymaya.com
|