पूरी दुनिया में इस कारैना महामारी के फर्जीवाड़े का चारों तरफ विरोध होना शुरू हो गया है। लोग बिना मास्क के सड़कों पर उतर कर उसके खिलाफ नारे लगाते हुए दुनिया के महानगरों लंदन पेरिस आदि में आंदोलन कर रहे हैं।
जबकि
मैं 22 मार्च से लगातार लिख रहा हूं ।
करोना कोई महामारी नहीं सारा पाखंड बहुराष्ट्रीय कंपनियों जिसमें बिलगेट माइक्रोसॉफ्ट वॉलमार्ट वारेन बफेट, अमेजॉन जेन बेजोड़, आईटीसी, हिंदुस्तान लीवर या युनिलीवर, भारत में मुकेश अंबानी जिसने अपनी बीवी का हाथ उस आपराधिक मोदी के हाथ में सौंप कर पूरे देश को अपने बाप की जागीर समझ कर देश की सत्ता पर कब्जा करने के लिए इस महामारी के पाखंड में वह राक्षस मुकेश अंबानी नौवें नंबर से चौथे नंबर पर आ गया दुनिया का अमीर बनने में जिसका बाप 1970 में पेट्रोल पंप पर हाकर होकर पेट्रोल बेचता था।
जनता का लाखों करोड़ हजम करके वह राक्षस मुकेश अंबानी चौथे नंबर का अमीर कैसे बन गया। जो जिसने सारी सत्ताए खरीद कर अपनी जेब में रखें और देश की सारी संपत्तियों को अपने बाप की जागीर समझ कर उनको लूटता रहा।
यह सारा पाखंड इन हरामखोर जालसाज पूंजीपति राक्षसों का है।
कोई महामारी कभी नहीं थी सर्दी खांसी जुखाम सहस्त्रों वर्षों से देश दुनिया के हर कोने में होते आए हैं इसको जनता समझे।
डरे नहीं लड़ना सीखो।
जाहिल राक्षसों पूजी पतियों के गुलाम नेताओं व चांडाल प्रधानमंत्री मोदी और शिवराज सिंह चौहान मुख्यमंत्री मध्य प्रदेश सरकार और उनके बताए हुए यह भड़वे भारतीय प्रताड़ना सेवा के अधिकारी सब हरामखोर जालसाज जनता का खून पी रहे हैं।
सब जनता की सुरक्षा के लिए बैठाये गये थे। भक्षक बन कर उनकी इलाज की आड़ में हत्या कर उनके अंगों को निकाल कर बेच कर खा रहे हैं। और मीडिया के बिकाऊ जाहिल अनपढ़ गवार पैसे के गिरवी बद् दिमागी भडुवे अपने आप को महान पत्रकार बनने का दिखावा करने की आड़ में उनके इशारे पर कठपुतली बन कर जनता को भयभीत कर रहे हैं। खुद की सोचने समझने परिस्थितियों का अध्ययन करने और जनहित की बात को दरकिनार कर घोर राक्षसों सत्ताधीशे के इशारे पर उनके सुर की गागरौनी बोल रहे हैं।
|