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क्या देश और दुनिया में फरवरी 2020 में भारत आए महा धूर्त चांडाल अमेरिकी व्यापारी और वर्तमान के राष्ट्रपति ट्रंप ने अपने नवंबर में होने वाले चुनाव को टालने के लिए भारतीय प्रधानमंत्री जाहिल घोर धूर्त मक्कार नराधम मोदी के साथ मिलकर डब्ल्यूएचओ बनाम वर्ल्ड हजार्डस ऑर्गेनाइजेशन जिसको दुनिया के कंप्यूटर के सॉफ्टवेयर माइक्रोसॉफ्ट के बिल गेट ने अपनी वैक्सीन बनाने वाली कंपनी जो सबसे ज्यादा धन देती है अपनी मोटी कमाई और अमेरिकी चुनाव टालने के लिए यह षड्यंत्र अमेरिका के साथ पूरी दुनिया के समृद्ध देशों के लिए रच लिया था।
जिसमें पूरे यूरोप और एशिया के अधिकांश देश शामिल है।
जबकि यह महामारी अफ्रीकी देशों को छू भी नहीं पा रही। वहां से विल गेट की वैक्सीन बनाने वाली कंपनी को कमाई होने की संभावना नहीं है। क्योंकि वह पहले से ही गरीब है। अमेरिका पूरी दुनिया के घोर आपराधिक गुंडे जाहिल बदमाशों की 17 वी शताब्दी से विकसित होने वाला वह राष्ट्र है जो दुनिया को इन चांडाल घोर जालसाज संस्थाओं यथा संयुक्त राष्ट्र संघ बनाम संयुक्त शैतान संघ और उसके अनुषंगिक संगठनों यथा डब्ल्यूएचओ यूनिसेफ वर्ल्ड फुड प्रोग्राम डब्ल्यू टी ओ व अन्य अनेकों संगठन के माध्यम से पूरी दुनिया के विकसित विकास शील देशों पर वहां की सरकारों के मंत्रियों अधिकारियों को मोटा धन देकर अपनी शर्तें मनवाने और उन देशों का आर्थिक शोषण करने के लिए उनके प्राकृतिक और मानव निर्मित स्त्रोतों पर कब्जा जमाने का षड्यंत्र करती आ रही है।
डब्ल्यूएचओ का 70 साल पुराना इतिहास अर्ध विकसित विकसित और विकासशील देशों को लूटने के लिए स्वास्थ्य के नाम पर बहुत ही गंदगी नीचताओं और पाखंड से भरा हुआ है। उसी का परिणाम है। अस्सी नब्बे के दशक की एचआईवी एड्स की बीमारी नब्बे 2000 के दशक की हेपेटाइटिस ए से लेकर जेड तक के टीको की लूट की कहानी सन 2000 से 5 के बीच में स्वाइन फ्लू 5 से 10 के बीच में टेमीफ्लू इसी बीच यही वह न्यूज़ चैनलों का ग्रुप है जो लोगों को पिछले 50 सालों से जानबूझकर पहले वहां में शैली दी मेजर हरित घातक औषधियों के रूप में रसायनों की आपूर्ति करता है और फिर उनसे उनकी बीमारियों के लिए अपनी औषधियां टीको को को हजार गुना कीमत पर पहुंचकर मोटी कमाई करता है उसी के पहाड़ का परिणाम है कोरोना वैसे डब्ल्यूएचओ से संबंधित और उसके चांडाल अपने देश का भारतीय गिरोह इंडियन मेडिकल काउंसिल एंड रिसर्च उसके बिके हुए घोर भ्रष्ट जाहिल नीच डॉक्टर उसके इशारे पर देश में मधुमेह उच्च निम्न रक्तचाप व अन्य अनेकों बीमारियों के नाम पर मोटी कमाई करने के लिए हृदयाघात, किडनी लीवर सिजेरियन ऑपरेशन पहले एक घातक औषधियां देते हैं। फिर बीमारी बढ़ाकर हजारों करोड़ रुपए प्रति दिन की कमाई करने के लिए और यूरोपीय कंपनियों की मशीनों दवाइयों आदि का मोटा व्यवसाय करवा कर मोटी वसूली विदेशों में मौज मस्ती करते हैं। कोरोनावायरस उसी महामारी का एक छोटा सा अंश है। जिसके नाम पर पूरे देश और दुनिया को पिछले 4 महीने से तबाह किया जा रहा है यथार्थ में सर्दी खांसी मानव सभ्यता के उदय के साथ शुरू हो गई थी।
और हमारा सहस्त्रों वर्ष प्राचीन आयुर्वेद में उन सब की अनादि काल से ही चिकित्सा के लिए भरपूर औषधियां हमारे भोजन में शामिल करते हुए मसालों के रूप में हमारी घर की रसोई में व्यवस्थित कर हमारे भोजन का आवश्यक स्वादिष्ट स्वास्थ्य वर्धक अंग बनाकर हम भारतीयों के लिए खेतों में ही पैदा करने की व्यवस्था कर ली थी।
इसके विपरीत हमारा भ्रष्ट बिका हुआ नराधम मोदी उसका स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन और उनके इशारे पर नाचने वाली आईसीएमआर नी उसके साथ मोटी कमाई के लिए केंद्र व राज्यों के प्रशासन मुख्यमंत्रियों को खरीद कर हमारे देश की 140 करोड़ जनता को पिछले 4 महीने से पूंजी पतियों की मोटी कमाई के लिए बेरोजगार बनाकर भूख से मारा जा रहा है। इसको जनता समझे और अब इस पाखंड की सच्चाई देश की जनता के साथ-साथ पूरी दुनिया के सामने आ चुकी है।
इसलिए यह पाखंड पुलिस प्रशासन राज्यों की सरकारें और केंद्र सरकार बंद कर दे।
तो बेहतर होगा अन्यथा आने वाला समय केन्द्र व राज्य की सरकारों के लिये बहुत घातक हो सकता है।
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