जीतू सोनी को क्राइम ब्रांच ने पकड़ा या भाजपा के नेताओं और मंत्रियों से आश्वासन मिलने के बाद में आत्मसमर्पण किया पत्रकार मित्रों पुलिस की हर कहानी अपनी बहादुरी दिखाने बाहवाही बटोरने झूठ का पुलिंदा होती है। सच्चाई की खोज करें जैसे चंपू अजमेरा को सुबह नेपाल में गिरफ्तार किया और शाम को इंदौर में पेश हो गया। वर्तमान में प्रसार माध्यमों में छाए यह सारे अपराधियों गोपाल पुष्कर इतना बड़ा अपराधी बनाने का श्रेय किसको जाता है जिनकी सुरासुंदरी महीने के दम पर प्रशासनिक अधिकारियों से लेकर कांस्टेबल से आईपीएस तक नाचते कूदते पल्लवित पोषित करते हैं।
जिनको छुपाते भी यही है। भगाते, और फरारी में संरक्षण में छुपाते घुमाते, और पकड़े जाने पर थानों से लेकर कारागृहों में रोगन भोगन उपलब्ध करवाते भी यही है। और आत्मसमर्पण करने पर बहादुरी का नाटक करने पाताल से पकड़ा ब्रह्मांड से पकड़ा की नौटंकी करते हैं।
कम से कम सुनी सुनाई लिखी लिखाई देखी दिखाई बातों पर विश्वास करने से ज्यादा जरूरत है पत्रकार होने के नाते अपनी खोज भी और मस्तिष्क का उपयोग कर कलम चलाईये।
ताकि आपका अपना अस्तित्व टिकाऊ लंबी रेस का हो।
जिसका नाम और दर्शन कर लेने मात्र से अच्छे-अच्छे, घोर भ्रष्टाचारी अधिकारियों व आपराधिक नेता दिग्गजों को बदन में झुनझुनी आने लग जाए । गरीब ईमानदार मेहनत कश आप को देख कर प्रभु दर्शन की अनुभूति करने लगे।
आप अगर पत्रकार होने का पाखंड भी कर रहे हैं तो भी घोर भ्रष्ट आपराधिक नेताओं अधिकारियों के आगे पीछे श्वानों की भांति घूमना फिरना, कृपा प्राप्त करने का प्रयास क्यों?
आप पत्रकार हो। आपकी अपनी मेहनत अध्ययन बुद्धि और सोच है।
आपकी लेखनी आप का प्रदर्शन इन सब भ्रष्ट घोर मानसिकता के जालसाज अधिकारी नेताओं को आपके पीछे धन बल और कृपा लेकर घूमना चाहिए।
अपना अस्तित्व निर्मित करो?
आप और आपका परिवार भी कोई भूखा नहीं मरेगा।
आपको, परिवार को प्रभु ने जन्म दिया है तो भोजन देने की जिम्मेदारी भी उसी की है।
आप तो केवल पावन उद्देश्य के साथ अपनी बुद्धि और लेखनी का उपयोग कीजिए।
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