आखिर इस देश का यह तोतू पाखंडी मीडिया करोना के बारे में तो चारों तरफ त्राहिमाम त्राहिमाम करके लोगों को अनावश्यक डरा रहा है और भय पैदा कर रहा है।
जैसा कि मैंने 10 दिन पहले लिख दिया था। कि लोग करोना से मरे ना मरे भूख से मर जाएंगे।
शासन प्रशासन और पुलिस नगर निगम पालिका और ग्राम पंचायत पाखंड बहुत किया जा रहा है, कि हम को पहुंचा देंगे घर घर दूध पहुंचा देंगे खाने के पैकेट पहुंचा देंगे। कहींं कुछ नहीं बंट रहा है।
कितना कौन क्या करता रहा है? यह पाखंड बंद करो हर दिन हजारों लोग भूख से मरने लगे हैं।
यह ना मोदी को याद आ रहा है। देश के 100 करोड़ व प्रदेश के 5 करोड़ लोग भूख से परेशान हैं।
ना मध्यप्रदेश के भेड़िया झुंड पार्टी के वर्तमान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को, ना ही उनके जिले के कलेक्टरों को, निगम के बैठे प्रशासकों को, ना ही पुलिस थानों को,
कितने गरीबों को राशन पानी खाने के पैकेट अभी तक पहुंचा दिए गए।
कितने लोग भूख से मर रहे हैं। उनके बारे में किसी ने कोई उंगली नहीं उठा रहा है।
जहां कोरोना के संदिग्ध मरीज पाए जाते हैं।
खास बीमारी ग्रसित क्षेत्रों में वहां की दुकानें बंद करके वहां कर्फ्यू लागू कर देना चाहिए।
बाकी सब एरियों को गांव से लेकर सभी बड़े शहरों में खोल दिया जाना चाहिए।
ताकि लोग जरूरत का सामान राशन पानी किराना आदि खरीद सकें।
सारी मंडियों को तत्काल खोला जाना चाहिए। ताकि लोग दो वक्त की रोटी खा सकें आराम से वही जिनके पास पैसा है।
परंतु वह गरीब मजदूर जो रोज खाते कमाते हैं। उनको तो भूखा मरना ही पड़ेगा। सबका साथ सबका विनाश।
मोदी है तो मुमकिन है।
|