सर्दी जुकाम खांसीवऱ्त्मान मेंअचानक तापमान की वृद्धि और कम होना ऊपर से इस मौसम में बरसात हो जाना सर्दी जुकाम खांसी बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक सभी को सहस्त्रो वर्षों से हर बदलते मौसम में होता रहता है।
ऊपर से कोरोनावायरस की 24 घंटे चारों तरफ से बरसती दहशत।
बिलकुल भी घबराए नहीं थोड़ी सी सावधानी से काम ले।
सबके घरों में लहसुन और अदरक है।
उम्र के हिसाब से कम ज्यादा घर के सदस्यों को अद्रक और लहसुन कूट या बारीक पीस के रात में शहद में चटा कर सुला दें। सोयें। हो सके तो दूध की उपलब्धता पर गर्म दूध भी पिला दे। या दोनों को गर्म दूध में उबालकर पी व पिला सकते हैं।
उसके बाद पानी ना पिए ताकि वह निष्प्रभावी न हो। और पानी पी लेने से विपरीत असर न दिखाये।
इससे शरीर का तापमान स्थिर रहे और सर्दी जुकाम खांसी की पीड़ा से आप मुक्त रहें।
साथ ही कच्ची घानी का सरसों का तेल नाक के दोनों नथुनों में हल्का हल्का लगा ले।
ताकि सीने में जमा हुआ कफ साफ हो जाए और आप सर्दी खांसी बुखार की पीड़ा से मुक्त करोना कि दहशत और पीड़ा से भी बचे रहें।
यह हमारे आयुर्वेद में और हमारे बुजुर्गों ने हमें बचपन से अपने घरों में ज्ञान दिया है।
और उससे में बरसों से सुरक्षित रहता आया हूं।
इस अति साधारण प्रयोग से आप स्वयं और अपने परिवार को सर्दी खांसी जुकाम की पीड़ा से सुरक्षित रख सकते हैं।
सुखी रहें। स्वास्थ्य रहें।
भय से दूर प्रभु स्मरण करते रहें।
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