अंतिम समय में हर जाने वाला आदमी कुछ अच्छे काम, दान पुण्य करके जाता है। इस बात का एहसास कमलनाथ को भी है जाते-जाते अपने मित्रों एवं सहेलियों को पदों की रेवड़ी जो उसने सवा साल से अपने पिछाड़ु दबा रखी थी। बांट रहा है निसंदेह हर जाते आदमी को, डुबती सरकार को यह सब कुछ करना चाहिए और यथा योग्य दान, पुण्य,सत्ता में रहते लूटा हुआ दोनों हाथ से लुटा करके नाम कमाना चाहिए।ये खुशी की बात होगी।
जाते जाते ताकि लोग उसे याद रख सकें। इसी प्रकार कमल उर्फ कपट नाग को सभी कर्मचारियों अधिकारियों को सबके वरीयता और कार्य की श्रेष्ठता के आधार पर सर्वोच्च न्यायालय के आदेश के अनुकूल पदोन्नति के आदेश देने के साथ और भी कर्मचारी हितों में स्थाई पेंशन की व्यवस्था भी 2006 में खत्म कर दी गई थी। पुनः बहाल कर देनी चाहिए।
जनहित और जनता की क्रय शक्ती बढाने के लिए पेट्रोल पर 35% की वेट घटाकर 10% पर लाकर पेट्रोल की कीमतों को सीधा रु15/- से 20/ कम विदा से पूर्व कर देना चाहिए और फिर फ्लोर टेस्ट होने से पहले ही सरकार भंग कर देनी चाहिए।
जाने से पूर्व कपट नाग को आपको सभी छोटे साप्ताहिक पाक्षिक और मासिक पत्र पत्रिकाएं प्रकाशित करने वाले पत्रकारों को भी 50 ₹50हजार के विज्ञापन बांटने चाहिए। जिनकी बंद्दुआओं के परिणाम स्वरूप कमलनाथ की सरकार चिकित्सालय की विशेष सुरक्षा एवं देखभाल इकाई में पहुंचकर ऑक्सीजन पर पड़ी हुई है।
बचने की संभावना खत्म हो जाने, बचे हुये समय मैं पदों की रेवडी बांटने के साथ, यदि रु15 सस्ता पेट्रोल डीजल कर दिया गया और सभी कर्मचारियों को पदोन्नति दे दी गई। तो निश्चित ही अगली बार चुनाव में पुनः कांग्रेस की सरकार आने की संभावना बन जाएगी।
क्योंकि चुनाव सरकारी कर्मचारी और अधिकारी ही करवाते हैं और कर्मचारी खुश तो सत्ता के भूखे रंगा बिल्ला भी सत्ता में।
कांग्रेस सरकार की अंतिम बेला में यदि यह दोनों तीनों काम कर दिए गए तो निश्चित ही जनता और कर्मचारियों की दुआओं के परिणाम स्वरूप पुनः सत्ता में आने के आसार बना सकते हैं। और नहीं भी आए तो आने वाले के गले में घंटी तो बन्ध ही जाएगी।
|