गुजराती वाचाल धूर्त मक्कार लुटेरे चालबाज मोदी और अमित शाह देश को वित्तीय रूप से पूरा खोखला कर बीमार बेरोजगार और दिवालिया बनाने पर तुले हैं।
गुजराती वाचाल धूर्त मक्कार लुटेरे चालबाज मोदी और अमित शाह जिस प्रकार बीएसएनएल ओएनजीसी एयर इंडिया राष्ट्रीय कृत बैंक है जिसमें स्टेट बैंक व अन्य बैंक्स को लूटा, रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया को खाली किया। अपनी मौज मस्ती अय्याशी के लिये विदेशों में हावडी और मैजिक मोदी के नाम पर पौने दो लाख करोड़ रुपए बर्बाद किए अब उनकी नजर आखरी सबसे वित्तीय रूप से सक्षम भारतीय जीवन बीमा निगम और रेलवे में इन पूंजीपतियों का पैसा लगवा कर उनको अंदर घुसने के रास्ते तैयार कर रहे हैं ताकि वह आसानी से इस देश की दोनों सार्वजनिक उपक्रम को लूट कर खा और बर्बाद कर सकें और इन्हें बदले में मोटा हजारों करोड़ का बहुत मोटा कमीशन मिलता रहे।
सारी सड़कें जो बी ओटी में ठेकेदारों को बनाने और मेंटेन करने के लिए दी गई थी।
उनका भी है गिद्ध डकैत बिक्री करके स्वयं ही पैसा विदेशों में जमा करवा रहे हैं।
यह काला धन लाने की अपेक्षा कई गुना ज्यादा काला धन देश की वित्तीय संस्थानों शासकीय उपक्रमों से अपनी पूंजी पतियों को हवाले कर विदेशों में पहुंचा रहे हैं।
बदले में बेशक 370 एनआरसी नागरिकता संशोधन बिल की आड़ में जनता को उलझाकर देश को वित्तीय रूप से पूरा खोखला कर बीमार बेरोजगार और दिवालिया बनाने पर तुले हुए हैं।
विनाश पुरूष मोदी राष्ट्रभक्ति और हिंदुत्व के नशे में देश को उलझा कर रहा खोखला
देश का प्रधानमंत्री विनाश पुरूष मोदी है। जिसकी 132 कोटि जनता का ख्याल रखने की जिम्मेदारी उसकी है।
हिंदू हैं तो मुसलमान हैं तो काले हैं तो गोरे हैं तो वह जनता है। मूर्ख मुसलमान उसके खिलाफ आंदोलन कर रहे हैं।
जबकि वह हिंदुओं को कोई विशेष सुविधा या पूर्वाधिकार नहीं दे रहा।
कांग्रेश के मुसलमानों की तरह यह बात सच है। उल्टे ही भाजपा ने कांग्रेस की तरह मुसलमानों को ज्यादा सुविधाएं और कानून दिए।
हिंदुओं को दोयम दर्जे की तरह वह अभी भी देख और कर रहा है।
उसके तीन तलाक को खत्म करने से अब मुस्लिम महिलाएं ज्यादा सुरक्षित और ज्यादा बच्चे पैदा करने के लिए स्वतंत्र हो गई है क्योंकि बच्चों को पालने की गारंटी अब निकाह करने वाले पुरुष की होगी वह तीन तलाक देकर भाग और बच नहीं सकता।
अगर वह देश की अर्थव्यवस्था और सार्वजनिक उपक्रमों को लूट कर बर्बाद कर रहा है।
वित्तीय रूप से तो वही लिखा जाएगा।
मेरा ना कोई शत्रु है ना कोई मित्र है।
दूसरी ओर यह सच है कि हर आदमी में सारे सद्गुण और दुर्गुण नहीं होते।
वो गुजराती कबाड़ी भूखा बंगाली है और देश की अर्थव्यवस्था को चौपट कर रहा है।
ना हम रहेंगे ना आप रहेंगे पर इस देश की जनता यही रहेगी उसके भविष्य का ख्याल रखना पत्रकारों का कर्तव्य होता है
जिसको अपने पूंजीपति मित्रों पर लुटा कर बैंकों को लुटवाया बैंको के जनधन को लूटा।
भारतीय रिजर्व बैंक को जो बैंकों का बैंक था उसको 45 लाख करोड़ रुपए से खाली कर दिया। भारतीय जीवन बीमा निगम पहले 65000 करोड रुपए का चेक ले लिया उसके लाभ के नाम पर जबकि भारतीय जीवन बीमा निगम में जो कि यथार्थ में बीमा धारकों का ट्रस्टी है। लाभ का सवाल ही नहीं होता उनका धन बीमा धारियों को बांटना होता है।
रेलवे बीएसएनएल तेल कंपनियों एयर इंडिया को उनके लाभ के लिए बर्बाद किया और उनके माध्यम से लुटवाकर विदेशों में जमा करवा रहा है।
वही अंबानी देश में दिवाला निकालता है और विदेशों में अपनी परिसंपत्तियां व उद्योग खड़े कर रहा है।
ऐसे हजारों पूंजीपति उद्योगपति जो देश की बैंकों का पैसा लेकर भागे और विदेशों में संपत्तियां खड़ी कर ली।
राष्ट्रभक्ति और हिंदुत्व के नशे में देश को उलझा कर खोखला कर रहा है शायद आपको यह समझ में नहीं आ रहा होगा।
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