रिजर्व बैंक से लेकर सभी सरकारी बैंकों को नोच मारा।
देश की बिगड़ती आर्थिक हालत 29 बैंकों को 12 बैंकों में बदल कर लोगों की बचत, अल्प व दीर्घ सावधि जमाओं पर, हाथ साफ करने उस पर डाका डालने की मोदी की तैयारी। रिजर्व बैंक के रू30लाख करोड़ के रिजर्व से पहले रू3-3 लाख की छह किश्तों में रू 18लाख करोड से और फिर 1.76 लाख करोड़ का लाभ बता लूटा गया।
जबकि पेट्रोल डीजल और गैस पर चौगुनी लूट की जा रही है।
इतनी लूट खसोट के बाद में भी केंद्र सरकार ना तो राज्यों को धन दे रही है और ना ही सरकार चलाने के लिए उसके पास धन है उसके साथ ही साथ सरकार चलाने के लिए बार-बार बाजार से भी छह लाख करोड से ज्यादा का ऋण देश में और विदेश में भी बाजार से उच्च ब्याज दर पर उठाया गया। शायद मोदी की 5 खरब डॉलर की अर्थव्यवस्था देश को चारों तरफ से कर्ज में डुबोकर रिजर्व बैंक को खाली कर जनता के पास का पैसा छीन कर बनाने का सपना पूरा कर रही है बदले में घोर मंदी, चारों तरफ बेरोजगारी, उद्योगों का बंद होना, गरीबों की योजनाओं में गरीबी रेखा का राशन अपने कठपुतली न्यायाधीशों को सर्वोच्च न्यायालय उच्च न्यायालय में बैठाकर बंद करवा देना गरीबों की सारी योजनाओं को बंद करना क्या दिखला रहा है?
आखिर मोदी जैसे बदतमीज महा नीच, खानदानी चोर और डकैत,
अपनी पाखंड की इन सब नाकामियों से नजर हटाने के लिए कभी जनता और मीडिया को चांद पर पहुंचाता है। तो कभी खुद ही पाताल में कर्तव्य दिखाने पहुंच जाता है।
रुपये कीमत लगातार गिरती जा रही है।
₹68 से ₹73 प्रति डॉलर यहां तक कि बांग्लादेश के 1 टके के मुकाबले 1.15 पैसे प्रति टका।
आखिर धन कहां जा रहा है?
बस फ्रांस, अमेरिका, रूस व अन्य देशों में अपनी वाह वाही व स्वागत करवाने और दोस्ती का पाखंड करने में अपनी नौटंकी पूर्ण शान बघारने व दिखाने के बदले में लाखों करोड़ रुपए वहां के समय बाधित व कबाड़ा हथियारों पर रंग रोगन करवा कर सैकड़ों गुना ज्यादा कीमत पर खरीदने में, अदानी अंबानी, टाटा, बिरला व अन्य सैकड़ों पूंजीपतियों बहुराष्ट्रीय कंपनियों का न केवल कर्ज माफ करने वरन विदेशों में उनके बड़े व्यवसाय खड़े करने में सारा धन का बहाव विदेशों की तरफ जा रहा है और देश व देश की जनता को कंगाल किया जा रहा है।
मोदी के अंध भक्तों के साथ इस देश की घोर मक्कार, भ्रष्ट, जालसाज, नीच और डकैत प्रवृत्ति की भारतीय प्रताड़ना सेवा की लॉबी बीच में मोटा धना हजमकर देश को बर्बाद होता हुआ देख रही है।
इन सब के साथ विपक्ष कुछ बोले उसके पहले ही यह नीच भेड़ियों का झुंड उन्हें उनके पुराने पापों का डर दिखाकर उनका मुंह बंद रखने की कोशिश करते हैं जनता कॉल जाए रखने कभी विदेशियों को बाहर निकालने कभी धारा 370 खत्म करने और कभी चांद पर पहुंचकर वहां अभी नौटंकी दिखाने का का पाखंड समाचार पत्रों मीडिया न्यूज़ चैनलों पर चलाते रहकर उलझाए रखना चाहते हैं।
कहां हो मोदी के अंध भक्तों आंसू बहाना कटोरा लेकर भीख भी नहीं मिलेगी।
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