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भेड़िया झुंड पार्टी के घोर आपराधिक मानसिकता के झूठे मक्कार मोदी ने पूंजीपतियों के इशारे पर नाच कर देश की चंहु दिशी बर्बादी की। जिसका सच अब सामने आ रहा है।
केंद्र ने 5 वर्ष का बीमा, वाहन चालन में भारी 4 से 10 गुना तक दंड, म प्र में कर 7% से बढ़ाकर 10% से20%, पेट्रोल डीजल पर चौगुनी वसूली, सड़कों पर रु2 से 10/- प्रति किमी की वसूली के बाद में भी खराब दुर्घटना जन्य सड़कें, क्या खाक खरीदेगा वाहन, 20लाख लोग होंगे बेरोजगार।
पूरे देश के ऑटोमोबाइल मार्केट में चार पहिया और दोपहिया वाहनों की बिक्री में भारी गिरावट सामने आ रही है।आएगी ही। क्योंकि अपने पूंजीपति आकाओं बापों के लिए जिसमें अंबानी की बीमा कंपनी और अनेकों विदेशी बीमा कंपनियों ने जिन्होंने भारत में आकर भारत के पूंजीपति संगठनों से सहयोग कर एक संयुक्त बीमा कंपनी खड़ी की उनके फायदे के लिए मोदी ने दोपहिया और चार पहिया वाहनों की बिक्री पर 5 साल का बीमा आवश्यक कर दिया। नये वाहन की खरीद पर एक ही बार में 5 साल का बीमा करवाना अनिवार्य कर दिया। इसने भी दोपहिया और चार पहिया वाहनों की बिक्री को मंदा कर दिया जबकि आयकर दुपहिया और चार पहिया वाहनों की व इलेक्ट्रॉनिक्स गुड्स की हर साल 33% अवक्षयण या डेप्रिसिएशन स्वीकार करके आयकर में कटौती करता है।
वैसे भी वर्तमान में देशी विदेशी कंपनियों के बनने वाले दोपहिया और चार पहिया वाहन वास्तविकता में दो-तीन साल से ज्यादा चलने के बाद बहुत ज्यादा रखरखाव और सुधार के खर्चे मांगते हैं।
इसलिए समझदार इंसान जो ज्यादा वाहनों का उपयोग करता है। वह दो-तीन साल के बाद में वाहनों की बिक्री कर देता है। परंतु अपने बापों के बीमा व्यवसाय को बढ़ाने के लिए जबकि अंबानी खानदान अपने अभ्युदय से लेकर अंत तक महा डकैती डालने वाला जाल साज भ्रष्ट और लुटेरा खानदान रहा है। इसके साथ में जो विदेशी बीमा कंपनियां भारत में अपना व्यवसाय कर रही है। उन पर जालसाजी पूर्ण शर्तें, क्ष ित वैसे भी लोगों को व्यवसाय और विश्वास नहीं जम पा रहा। इसलिए कोई भी 5 वर्षों का बीमा करवाने के लिए एक साथ एक बार एक मुश्त तैयार नहीं होता। और इससे बचने के लिए वह वाहन खरीदने से ही परहेज करने लगा। जिससे देश में ऑटोमोबाइल के बाजार में घोर मंदी आने लगी है। पूरे देश में ऑटोमोबाइल व्यवसाई से लगभग 10 लाख लोग सीधे ही जुड़े हुए हैं। जो मंदी और बेरोजगारी का भी शिकार हो रही हैं। कुछ समय के उपरांत वाहन बिक्री में मंदी आने से वे अपने यहां कर्मचारियों की छटनी प्रारंभ कर दी और जुलाई19 तक लगभग 3लाख लोग सीधे ।
इसके साथ ही म प्र की सरकार ने और परिवहन विभाग के दूत गिद्धों ने अपना मोटा कमीशन खाने के लिए दोपहिया वाहनों की खरीद पर हर हाल में दो हेलमेट खरीदना अनिवार्य कर दिया है। और डीलर जो महा सूअर नीच डकैती डालने वाली प्रकृति के होते हैं।
वह दो ढाई सो ₹300 का हेलमेट 800 से 15 सो रुपए प्रति हेलमेट बेचकर ₹3000 अनावश्यक रूप से कर्जे में लिए गए वाहन पर जोड़कर उस 3000 का 5000 उपभोक्ता से वसूली करवाने के लिए मजबूर कर देते हैं।
इसलिए भी मध्यप्रदेश में दोपहिया वाहन की बिक्री में गिरावट आना स्वाभाविक है। गुजराती धूर्त डकैत मोदी जो अपने आकाओं के लिए उनके शरीर से निकले उत्पादों के सेवन के लिए भी तैयार है। क्योंकि यह गुजराती इसका कोई अपना मान-सम्मान स्तर नहीं है यह तो अपनी जालसाजी छल कपट से प्रधानमंत्री बन गया। जिसे की जेलों में होना चाहिए था। अपने बचपन से किए मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री रहते किए हुए अपराधों के लिए जेलों में होना चाहिए। उमा भारती मध्य प्रदेश की भूतपूर्व मुख्यमंत्री ने मोदी के बारे में सन 2013 में कहा था कि वह विकास पुरुष नहीं विनाश पुरुष है। जिसके वीडियो यूट्यूब पर उपलब्ध है देखे वह समझे जा सकते हैं यथार्थ में नोटबंदी और जीएसटी के बाद भी मोदी ने देश के व्यापार उद्योग धंधों को चौपट करने 25% कमीशन पर चीनी माल के आयात से लेकर फुटकर व्यवसाय में 100% विदेशी निवेश की छूट देकर तो तबाही मचा ही दी है।
दूसरी तरफ नोटबंदी और जीएसटी से जब लोगों के हाथ से धन रूपी क्रय क्षमता ही छीन ली तो वह बाजार में जाकर क्या खाक खरीदेगा। जब बाजार में ग्राहक ही नहीं होगा। तो चारों तरफ मंदी आएगी ही आएगी।
अब समझ में आ रहा है।
मोदी को उसकी नोटबंदी की बदतमीजी का परिणाम।
इसके बाद भी भेड़ियों की ये छोटी-छोटी हरकतें एक आम सामान्य नागरिक के लिए भारी पड़ जाती हैं। और वह आवश्यक अपनी आवश्यकताओं को भी कम कर बाजार में माल खरीदने नहीं जाता । ये सब भी मंदी और बर्बादी का कारण बनेगा आने वाले समय में देश के लिए।
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