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प्रदेश का मुख्यमंत्री कमलनाथ नहीं कालिया नाग ने आते ही साथ बिजली की कीमतों में 7% की बढ़ोतरी देश में सबसे महंगी बिजली सबसे ज्यादा उत्पादित की जाने वाली बिजली मध्य प्रदेश के लोगों को ही सबसे महंगी मिल रही है वहां भी लूटकर तांडव चल रहा है दूसरी ओर पूरे देश में मंदी की बयार छाई हुई है ऑटो सेक्टर में 13 लाख नौकरियां जा चुकी है कई शोरूम बंद हो चुके हैं और इस हरामखोर सूकर ने वाहन की खरीद पर 7% से 20% टैक्स बढ़ा दिया वही हाल पुराने वाहन की खरीद बिक्री पर भी एक से 2% कर दिया।
स्वाभाविक है कि अब लोग वाहन खरीदने से कतराएंगे और शोरूम धड़ल्ले से बंद होंगे और बेरोजगारी बढ़ेगी पर उस हरामखोर को जिसके पास खुद की 200 कंपनियां हैं।
खुद हजारों करोड़ की संपत्ति का मालिक है। आते ही लूटपाट और डकैती डालने में लग गया।
इसलिए यह कमलनाथ नहीं कालिया नाग बन गया है।
आय बढ़ने के बावजूद भी अधिकांश विभागों में घोषणा के बाद में भी आवंटन नहीं दे रहा है।
सारे मंत्री लूटपाट में लगे रहकर भी सारे भ्रष्ट अधिकारियों को जो बरसों से कुंडली मारे अजगर की तरह जमा हुए हैं।
फिर जन धन को बाप की जागीर समझता है।
लुटाने लग गया विज्ञापनों पर, अब दैनिक समाचार पत्रों में इसके भी करोड़ों के विज्ञापन छपने लगे हैं।
परंतु छोटे समाचार पत्रों को एक पैसे का विज्ञापन नहीं दिया जा रहा और नौटंकी की जा रही है की नियमितता का प्रमाण पत्र लाओ यह प्रमाण पत्र लाओ वह प्रमाणपत्र लाओ। जबकि हर साल समाचार पत्र पंजे को पूरी फाइल जमा करनी पड़ती है तभी वह अगले साल का पंजीयन बरकरार रखता है यह प्रदेश के डीपीआर में बैठे घोर मक्कार कमीशन खोर हराम खोरो को नहीं दिखता जो उन्हें 50% कमीशन देता है।
वह उसे विज्ञापन देते हैं तो कुछ नहीं देखा जाता।
यह हाल कृषि, उद्यानकी, वन विभाग, स्वास्थ्य विभाग, खाद्य एवं औषधि विभाग, लोक निर्माण, जल संसाधन, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी, महिला बाल विकास, भू राजस्व, शिक्षा, पुलिस, नर्मदा घाटी, ग्रामीण यांत्रिकी, वाणिज्य कर, खनन आदि सभी का है।
सब को पाला पोषा और बड़ा कर मोटी वसूली जा रही है।
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